अर्द्ध शहरी सीट खन्ना पर भाजपा का सिख चेहरे पर दांव
भारतीय जनता पार्टी द्वारा शुक्रवार को पंजाब के उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की गई। इसमें खन्ना से गुरप्रीत सिंह भट्टी पार्टी के उम्मीदवार बनाए गए हैं। खन्ना जैसी अर्द्ध शहरी सीट पर सिक्ख चेहरे पर दांव खेला है। भट्टी पेशे से किसान हैं और 2011 में उन्होंने अकाली दल छोड़ मनप्रीत सिंह बादल के साथ मिल पीपीपी का गठन किया था।
सचिन आनंद, खन्ना : भारतीय जनता पार्टी द्वारा शुक्रवार को पंजाब के उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की गई। इसमें खन्ना से गुरप्रीत सिंह भट्टी पार्टी के उम्मीदवार बनाए गए हैं। खन्ना जैसी अर्द्ध शहरी सीट पर सिक्ख चेहरे पर दांव खेला है। भट्टी पेशे से किसान हैं और 2011 में उन्होंने अकाली दल छोड़ मनप्रीत सिंह बादल के साथ मिल पीपीपी का गठन किया था।
भट्टी इससे पहले 2012 में पीपीपी के टिकट पर खन्ना से विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। उस वक्त उन्होंने 23 हजार के करीब वोट हासिल किए थे। 2017 में भट्टी आप के टिकट पर अमलोह से चुनाव लड़े थे और वहां भी 31 हजार के करीब वोट लिए। खन्ना के ग्रामीण इलाकों में भट्टी की पकड़ के चलते ही भाजपा ने इस सीट पर उन पर भरोसा प्रकट किया है।
समर्थकों में खुशी की लहर
भट्टी की उम्मीदवारी की घोषणा के बाद ही उनके समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई है। भट्टी के गांव भट्टियां स्थित आवास पर उनके समर्थकों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया। समर्थकों ने उनका मुंह मीठा कराया। भट्टी ने पार्टी हाईकमान का आभार जताते हुए कहा कि वे सीट जीतकर पार्टी की झोली में डालेंगे। इस मौके पर भाजपा जिला प्रधान रजनीश बेदी, महासचिव रमरीश विज, खन्ना हलका प्रभारी विजय गर्ग, शिवम बेदी, भाजयुमो जिला प्रधान गौरव भागरथ, सुरिदर कैंथ, अंकुर शर्मा, एकनूर बाजवा, डा. बीएस सहगल, लखबीर सिंह, सरवजीत सिंह पूर्व सरपंच, गुरप्रीत मांगट, गगन बाहोमाजरा, गुरवीर सिंह भी मौजूद थे।
भट्टी का खन्ना और फतेहगढ़ साहिब में प्रभाव
गुरप्रीत भट्टी किसी वक्त फतेहगढ़ साहिब जिला में भी सियासी तौर पर काफी सरगर्म रहे हैं। भट्टी का खन्ना के साथ फतेहगढ़ साहिब जिले में भी अच्छा प्रभाव माना जाता है। इसका लाभ भाजपा को मिल सकता है।