एएस मैनेजमेंट को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर जड़े आरोप
खन्ना की प्रतिष्ठित एएस मैनेजमेंट को लेकर सत्ताधारी कांग्रेस और विपक्षी भाजपा एक बार फिर आमने-सामने हैं। इस बार भाजपा ने मैनेजमेंट में अव्यवस्था और मनमानी का आरोप लगाते हुए संस्थान को बर्बादी की तरफ धकेलने के आरोप लगाए हैं।
जागरण संवाददाता, खन्ना : खन्ना की प्रतिष्ठित एएस मैनेजमेंट को लेकर सत्ताधारी कांग्रेस और विपक्षी भाजपा एक बार फिर आमने-सामने हैं। इस बार भाजपा ने मैनेजमेंट में अव्यवस्था और मनमानी का आरोप लगाते हुए संस्थान को बर्बादी की तरफ धकेलने के आरोप लगाए हैं। भाजपा समर्थिक पैनल के सदस्यों ने प्रेस कांफ्रेंस कर आगामी विधानसभा चुनाव की सियासत के लिए संस्थान का बड़ा नुकसान करने की भी बात कही। प्रेस कांफ्रेंस में राजेश डाली, अजय सूद, संजीव धमीजा, विजय डायमंड, करूण अरोड़ा, मोहित गोयल पोंपी और मनीष भांबरी मौजूद थे।
विपक्षी सदस्यों ने कहा कि सत्ताधारियों द्वारा सभी शिक्षण संस्थानों में अपनी मनमानियां की जा रही हैं। किसी भी संस्थान की गवर्निंग बॉडी की बैठक में पारित हुए प्रस्तावों को फुल हाऊस की बैठक में पारित करवाना जरूरी होता है। इसके बाद ही वे प्रस्ताव लागू किए जा सकते हैं, लेकिन मैनेजमेंट ने बैठक में पारित कराए बगैर एएस सीनियर सेकेंडरी स्कूल की दुकानों को किराए पर देने का विज्ञापन तक जारी कर दिया। सदस्यों के अनुसार सत्ताधारी गुट ने और भी कई गलत फैसले लिए हैं। एएस कालेज आफ एजुकेशन के प्रिसिपल की नियुक्ति फुल हाऊस की मंजूरी के बिना की गई। एमजी चोपड़ा एएस माडल स्कूल में अंग्रेजी अध्यापक का विज्ञापन देकर जनरल अध्यापक की नियुक्ति कर दी गई। यह भी नियमों का उल्लंघन है। एएस मैनेजमेंट गवर्निंग बॉडी की 3-4 बार बैठक हो चुकी है, लेकिन किसी भी एजेंडा को फुल हाऊस की बैठक बुलाकर पारित नहीं कराया गया। उन्होंने सत्ताधारी गुट से सवाल किया कि एएस कालेज फार वूमेन में पिछले चार माह से नान टीचिग और कांट्रैेक्ट के तहत स्टाफ का वेतन क्यों नहीं दिया गया। यह बेहद चिता का विषय है। लगातार घाटे में चल रहे एएस ग्रुप आफ इंस्टीट्यूट्स की स्ट्रेंथ बढ़ाने की तरफ क्यों ध्यान नहीं दिया जा रहा। मैनेजमेंट के प्रधान और महासचिव को संविधान की जानकारी नहीं है या फिर वे जानबूझकर उसे तोड़ रहे हैं। साफ है कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को लाभ पहुंचाने के लिए संस्थानों को नुक्सान पहुंचाया जा रहा है। इसे सहन नहीं किया जा सकता।
संस्थानों के विकास से विपक्ष को तकलीफ है : मिटू
एएस मैनेजमेंट के प्रधान शमिदर सिंह मिटू ने कहा कि संस्थानों के हो रहे विकास के चलते विपक्षी गुट तकलीफ में है। विधायक गुरकीरत सिंह कोटली के प्रयास से ग्रांट आ रही है। विपक्ष को समस्या यह है कि अब तक कोई स्कूल या कालेज बंद क्यों नहीं हुआ। मिटू ने कहा कि कोविड नियमों के चलते फुल हाऊस की बैठक करना संभव नहीं था। उन्होंने वर्चु्अल बैठक का प्रस्ताव विपक्ष को दिया था, लेकिन उन्होंने ठुकरा दिया। हम लोग विकास चाहते हैं तो विपक्ष केवल विवाद चाहता है।