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समराला के गांव बगली कलां में दो माह में 12 लोगों की मौत

समराला के गांव बलगली कलां के लोग इन दिनों दहशत डर और सहम के माहौल में जी रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 16 Dec 2019 07:25 AM (IST)Updated: Mon, 16 Dec 2019 07:25 AM (IST)
समराला के गांव बगली कलां में दो माह में 12 लोगों की मौत
समराला के गांव बगली कलां में दो माह में 12 लोगों की मौत

सचिन आनंद, खन्ना

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समराला के गांव बगली कलां के लोग इन दिनों दहशत में हैं। यहां दो महीने में तकरीबन 12 लोगों की मौतें हो चुकी हैं। ग्रामीणों का कहना है कि ये मौतें डेंगू के कारण हुई हैं, जबकि स्वास्थ्य विभाग ग्रामीणों द्वारा बताई गई मौत की वजह को खारिज कर रहा है। गांव में दो महीने से लगातार चिताएं जलने और शोक सभाएं होने का सिलसिला जारी है।

ग्रामीणों का कहना है कि दो महीने में मरने वालों की संख्या करीब 12 हो गई है। हलके बुखार के बाद ही लोगों के प्लेटलेट्स कम होने लगते हैं। हालांकि, लोगों का मानना यही है कि मौतों का कारण डेंगू है। लगातार मौतों के बाद सेहत विभाग ने गांव में कैंप लगाया, लेकिन अभी भी मौत के असली कारण नहीं पता चल पा रहे। एक परिवार के तीन लोगों की मौत

बगली कलां निवासी जगमीत सिंह ने अपने परिवार के तीन सदस्य को खो दिया। जगमीत की दादी, पिता और मां की एक सप्ताह में एक के बाद एक मौत हो गई। अब वह घर में अकेला बचा है। उसका कहना है कि प्लेटलेट्स घटने से सभी मौतें हुई। जबतक कुछ समझ में आता, तब तक सब खत्म हो चुका था। मृतकों की सूची

जोध राम (80)

जरनैल कौर (78)

सुरजंत सिंह (42)

अनी कुमार (33)

तार सिंह (24)

अवतार सिंह (23)

सतवंत कौर (70)

हरभजन कौर (81)

हरजोत कौर (39)

गुरदेव सिंह (75)

अमरजीत कौर (42)

गांव में अभी भी कई मरीज

गांव में अभी भी कुछ मरीज मौजूद हैं, जिनके प्लेट्लेट्स लगातार घट रहे हैं। हालांकि, कुछ खुशकिस्मत अपना इलाज करा लौट आए हैं। मृतकों में कुछ युवा भी शामिल हैं। 2019 में गई दो दर्जन के करीब जानें: सरपंच

गांव बगली कलां की महिला सरपंच किरणजीत कौर ने बताया कि 2019 में गांव के करीब दो दर्जन लोगों की जानें जा चुकी है। दो महीने में यह संख्या करीब एक दर्जन है। प्लेटलेट्स कम होने के कारण ही मौतें हो रही हैं, लेकिन सेहत विभाग इसे डेंगू नहीं मान रहा। तापमान में गिरावट के बाद बीमार लोगों में कुछ कमी आई है। गांव में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। मौतों की वजह डेंगू नहीं: एसएमओ

एसएमओ मानुपुर डा. अजीत सिंह ने कहा कि गांव में कैंप लगाया गया और स्प्रे भी किया। मौतों की वजह डेंगू नहीं है। उनके पास 2-3 मौतों की ही जानकारी है। इतने बड़े स्तर पर मौतों की जानकारी उनके पास नहीं है। गंदगी की वजह से बीमार होबीमार होने का शक : एसएमओ

मानुपुर सीएचसी के एसएमओ डॉ. अजीत सिंह ने बताया कि मौतें गंदगी की वजह से बीमार होने के बाद प्लेट्लेट्स कम होने से है। उनके पास दो-तीन मौतें ही प्लेटलेट्स कम होने से होने की पुष्टि है। बाकी मौतों की वजह कोई और हो सकती है। डेंगू संबंधी पूछे जाने पर डॉ. सिंह ने कहा कि उनकी टीम गांव में डोर-टू-डोर स्प्रे कर चुकी है, लेकिन डेंगू का कोई लारवा नहीं मिला है। टीम को दोबारा भी गांव में भेजा जाएगा।


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