शहीद परिवार का बेटा हूं, धमकियों से नहीं डरता : बिट्टू
संवाद सहयोगी, जगराओं देश की एकता और अखंडता के लिए मेरे दादा बेअंत सिंह वे कुर्बानी दी।
संवाद सहयोगी, जगराओं
देश की एकता और अखंडता के लिए मेरे दादा बेअंत सिंह वे कुर्बानी दी। मैं शहीद परिवार का बेटा हूं, इसलिए किसी की धमकियों से नहीं डरता। यह शब्द लुधियाना लोकसभा क्षेत्र से सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने यहां प्रेसवार्ता में उन्हे पिछले दिनों अमेरिका के एक संगठन की ओर से दी गई धमकी के संबध में पूछे गए सवाल के जवाब में कहे। बिट्टू ने कहा कि हमारा परिवार उस समय देश की सेवा के लिए सीना तान कर खड़ा हुआ था, जब पंजाब में आतंक चरम पर था। पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह ने बहादुरी से पंजाब से आतंकवाद को खत्म किया, जिस कारण आज पंजाब अमन शांति है।
जगराओं के लुधियाना-फिरोजपुर मुख्यमार्ग पर बन रहे पुल के चालू होने से पहले ही उसके खोखला होने की बातें सामने आने और अकाली सरकार के समय उनके दखल से इस पुल के लिए बनाई गई कमेटी की रिपोर्ट के संबंध में पूछे जाने पर उन्होने कहा कि वह उच्च अधिकारियों से इस संबध में बात करेगे। जब पुल पूरी तरह से सुरक्षित घोषित होगा, तभी चालू किया जाएगा। आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान के कांग्रेस में शामिल होने संबंधी चल रही चर्चा पर उन्होने कहा कि मान को कांग्रेस में शामिल करने संबंधी उनके निजी विचार है। फैसला तो पार्टी हाई कमान ने ही लेना होता है। इस मौके पर जगराओं की बेहद चर्चित रायकोट रोड के निर्माण संबंधी पूछे गए सवाल में वह उलझ कर रह गए, क्योंकि पिछले दिनों इस सड़क का ठेकेदार कह चुका है कि उसे जितना काम दिया गया था, वह पूरा कर चुका है। उसे पेमेंट दी जाए। हालांकि असलीयत में रायकोट रोड आज भी खस्ता हालत में है। जब उनसे रायकोट रोड के संबध में पूछा गया तो उन्होने तपाक से कह दिया कि ठेकेदार को काम करने के लिए कहा गया है। काम जल्दी शुरू हो जाएगा, लेकिन ठेकेदार के सड़क बनाने संबधी उन्हे जानकारी दी गई तो मौके पर ही नगर कौंसिल प्रधान के पति अमरनाथ कल्याण से इस संबंध में पूछा। कल्याण ने कहा कि ठेकेदार ने अभी काम पूरा नहीं किया। इसके बाद बिट्टू ने निर्देश दिए कि नगर कौंसिल के ईओ को बुलाएं, वह उनसे बात करेगे। उन्होंने रायकोट रोड के निर्माण पर खुद ध्यान देकर जल्द ही काम शुरू करवाने का भरोसा दिया। इस मौके पर जिला प्रधान गुरदेव लापरां, मनजीत सिंह हंबडां, पुरुषोत्तम लाल खलीफा, रविंदर कुमार सभ्रवाल, सतिंदरपाल सिंह ग्रेवाल, पार्षद कर्मजीत कैंथ, राजेश इंद्र, नवदीप ग्रेवाल, अमन कपूर बौबी, तेजिंदर सिंह नन्नी, जगजीप सिंह जग्गी, नरेश कुमार घैंट और अजमेर सिंह ढोलन के अलावा अन्य उपस्थित थे।