स्टील की अघोषित कीमतों से इंडस्ट्री परेशान
स्टील के दामों में आए दिन हो रहे उछाल ने इंडस्ट्री के समीकरण बिगाड़ दिए हैं। इंडस्ट्री के लिए इस समय व्यापार करना मुश्किल हो गया है।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : स्टील के दामों में आए दिन हो रहे उछाल ने इंडस्ट्री के समीकरण बिगाड़ दिए हैं। इंडस्ट्री के लिए इस समय व्यापार करना मुश्किल हो गया है, क्योंकि दामों में हो रही बढ़ोतरी से इंडस्ट्री के लिए इनपुट कास्ट तय करना मुश्किल हो रहा है। होटल महाराजा रिजेंसी में यूनाइटेड साइकिल एवं पार्ट्स मैन्युफेक्चरर एसोसिएशन ने वर्ष 2021 के लिए कैलेंडर जारी किया। इसके लिए आयोजित समारोह में साइकिल उद्यमियों ने स्टील की बढ़ती कीमतों पर विचार-विमर्श मंथन किया। इस दौरान कहा कि इस समय सबसे अधिक आर्डर साइकिल इंडस्ट्री को मिल रहे हैं, लेकिन स्टील कार्टल की ओर से स्टील की शार्टेज क्रिएट कर इसके मुंह मांगे दाम मांगे जा रहे हैं। ऐसे में पिछले तीन महीनों में स्टील दस रुपये किलो तक महंगा हो गया है।
नीलम साइकिल के एमडी केके सेठ ने कहा कि किसान आंदोलन का रास्ता अपनाएं, लेकिन इंडस्ट्री को इससे नुक्सान न पहुंचाएं। ऐसे में इंडस्ट्री की डिस्पेचिंग को बिना किसी रुकावट जाने दें। गुरमीत कुलार ने कहा कि सरकार को किसानों के साथ वार्ता कर इसका तत्काल हल निकालना चाहिए। चरणजीत सिंह विश्वकर्मा ने कहा कि टेक्नोलाजी के बिना हम तरक्की नहीं कर सकते। हर इंडस्ट्री को टेक्नोलाजी फ्रेंडली होना चाहिए। इस दौरान प्रधान डीएस चावला मौजूद नहीं थे, जिसपर पदाधिकारियों ने कहा कि वे किसी निजी कार्य से व्यस्त होने के चलते नहीं आए हैं। इस दौरान केके सेठ, गुरमीत कुलार, चरणजीत सिंह विश्वकर्मा, सतनाम सिंह मक्कड़, सुभाष मित्तल, अछरू राम गुप्ता, अवतार भोगल, गुरचरण सिंह जैमको, रजिदर सिंह सरहाली, मनजिदर सिंह सचदेवा मौजूद थे।