वैक्सीनेशन में कम उम्र की राहत चाहते हैं उद्यमी
कोविड के तेजी से बढ़ रहे संक्रमण के बीच अब उद्योगों को अपनी लेबर का डर सताने लगा है। सरकार ने 45 वर्ष से उपर उम्र के कर्मचारियों को वैक्सीनेशन को लेकर राहत दी गई है।
मुनीश शर्मा, लुधियाना : कोविड के तेजी से बढ़ रहे संक्रमण के बीच अब उद्योगों को अपनी लेबर का डर सताने लगा है। सरकार ने 45 वर्ष से उपर उम्र के कर्मचारियों को वैक्सीनेशन को लेकर राहत दी गई है। हालांकि बात इंडस्ट्री की करें, तो लुधियाना में 60 हजार से अधिक उद्योग हैं और उनमें आठ लाख से अधिक कर्मचारी काम करते हैं। इनमें करीब 90 फीसद कर्मचारी 45 वर्ष से कम उम्र के हैं। लुधियाना के औद्योगिक संगठनों की ओर से इसे अभियान के रूप में लेकर हाल ही में भारी भरकम कैंप लगाकर अधिक से अधिक कर्मचारियों की वैक्सीनेशन की जा रही है। अभी यह सिलसिला जारी है, लेकिन इंडस्ट्री का तर्क है कि कर्मचारियों में अधिकतर कर्मचारी 45 वर्ष से कम उम्र के हैं। ऐसे में अगर कोविड की लहर को रोकना है तो युवाओं के लिए भी वैक्सीनेशन शुरू करनी होगी।
कर्मचारियों की संख्या की लिमिट भी खत्म हो
कंफडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआइआइ) के लुधियाना के चेयरमैन अशप्रीत सिंह साहनी के मुताबिक सीआइआइ की ओर से 30 कैंप लगाकर दस हजार कर्मचारियों को कवर किया जा चुका है। अब जिला प्रशासन की ओर से एक नया नियम लागू किया गया है। इसमें सौ से अधिक कर्मचारी होने पर ही कैंप लगाने की बात कही जा रही है, लेकिन एमएसएमई इंडस्ट्री में 25-30 लोग काम करते हैं। कंपनियां इस प्रतीक्षा में हैं जब सभी के लिए वैक्सीन होगी, तब वे कैंप लगा लेंगे। ऐसे में 45 वर्ष के कई कर्मचारी भी वैक्सीनेशन नहीं करवा पा रहे। इसलिए अब हर किसी के लिए वैक्सीनेशन शीघ्र आरंभ की जाए।
हर उम्र की लेबर की हो वैक्सीनेशन
यूनाइटेड साइकिल एवं पार्ट्स मैन्यूफेक्चरर एसोसिएशन के प्रधान डीएस चावला के मुताबिक एसोसिएशन की ओर से दस दिन के लिए कैंप आयोजित किया गया। मिक्सलैंड यूज इलाकों की इंडस्ट्री को कवर करने के लिए प्रयास किए गए। अब जरूरत है कि 45 वर्ष से कम उम्र के कर्मचारियों की वैक्सीनेशन करवाई जाए, ताकि लुधियाना की अधिकतर लेबर को कवर किया जा सके।
बिना समय सीमा के करनी होगी वैक्सीनेशन
चैंबर आफ इंडस्ट्रीयल एवं कमर्शियल अंडरटेकिग (सीआइसीयू) के प्रधान उपकार सिंह आहुजा ने कहा कि इंडस्ट्री हर तरह के कोविड के खात्मे को सरकार का सहयोग करने के लिए तैयार है। इंडस्ट्री में 45 वर्ष से उपर उम्र के कर्मचारी बेहद कम है। इसलिए सरकार को अगर इस वायरस को खत्म करना है, तो इसके लिए कर्मचारियों को बिना किसी समय सीमा वैक्सीनेशन देनी होगी।