Move to Jagran APP

Kisan Fateh March: किसानाें के फतेह मार्च काे उद्याेग जगत का समर्थन, लुधियाना के कारोबारी भी हाेंगे शामिल

Kisan Fateh March बावा का कहना है कि किसानों के साथ धक्का किया जा रहा है और वह 10 महीने से अपने हितों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। 23 मार्च को लुधियाना से भारी संख्या में उद्यमी बाबा बंदा सिंह बहादर फतेह मार्च का हिस्सा बनेंगे।

By Vipin KumarEdited By: Published: Wed, 22 Sep 2021 11:18 AM (IST)Updated: Wed, 22 Sep 2021 11:18 AM (IST)
Kisan Fateh March: किसानाें के फतेह मार्च काे उद्याेग जगत का समर्थन, लुधियाना के कारोबारी भी हाेंगे शामिल
पंजाब में अब उद्यमियों और किसानों की सरकार बनाने हाेगी। (फाइल फाेटाे)

जागरण संवाददाता, लुधियाना। Kisan Fateh March: 23 सितंबर को राजपुरा से सिंधू बार्डर तक होने वाले मार्च में लुधियाना से भारी संख्या में उद्योगपति भाग लेने के लिए जाएंगे। यह काफिला राजपुरा में एक साथ जाएगा और किसानों को समर्थन देगा। यह कहना है बहादुरके टैक्सटाइल एवं निटवियर एसोसिएशन के प्रधान तरुण जैन बावा का।

loksabha election banner

बावा का कहना है कि किसानों के साथ धक्का किया जा रहा है और वह 10 महीने से अपने हितों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। 23 मार्च को लुधियाना से भारी संख्या में उद्यमी बाबा बंदा सिंह बहादर फतेह मार्च का हिस्सा बनने के लिए जाएंगे और 23 से 25 सितंबर तक वहीं रहेंगे। बावा ने कहा कि रोज-रोज मरने से अच्छा कुछ बदलाव के लिए आगे आएं।

यह भी पढ़ें-कैप्‍टन अमरिंदर सिंह का 'किला' बचाने को अंतिम क्षणों में बिट्टू ने भी लगाया था जोर, सुलह की कोशिश हुई नाकाम

सरकारें केवल कारपोरेट घरानों की ही साेचती है

बावा ने कहा कि हमें हमेशा केवल वोटों के लिए हमें इस्तेमाल किया गया। माइक्रो, स्माल एवं मीडियम इंटरप्राइजिज (MSME) के लिए किसी सरकार की ओर से कोई काम नहीं किया गया, सभी केवल कारपोरेट घरानों के लिए सोचते रहे हैं। ऐसे में छोटी इंडस्ट्री और व्यापारियों के लिए अब हमें खुद आगे आना होगा। इसको लेकर भारतीय आर्थिक पार्टी पंजाब की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसी कड़ी के तहत अहम अपने किसानाें को समर्थन के लिए बढ़-चढ़कर भाग लेंगे।

यह भी पढ़ें-Wall Collapsed: लुधियाना के हैबोवाल डेयरी कांप्लेक्स में तेज हवा से गिरी दीवारें, 12 भैंसाें की माैत

ग्लोबल मार्केट में लगातार पिछड़ रही इंडस्ट्री

तरुण जैन बावा ने कहा कि ग्लोबल मार्केट में हम लगातार पिछड़ रहे हैं। इसका मुख्य कारण छोटी इंडस्ट्री को अपग्रेड करने के लिए सरकार की कोई योजनाएं न होना है। सरकार की नीतियाें से उद्याेग जगत की परेशानी बढ़ गई है।

यह भी पढ़ें-Bharat Bandh: 27 सितंबर के भारत बंद को सीटू का समर्थन, किसानों की मांगाें काे बताया जायज


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.