लुधियाना के उद्यमी जोन वाइज प्रदर्शन करेंगे बंद, इंडस्ट्री को पीएसपीसीएल ने दी यह राहत
विभाग के डायरेक्टर डिस्ट्रीब्यूशन डीपीएस गरेवाल की ओर से गिल रोड स्थित यूनाइटेड साइकिल एवं पार्टस मैन्यूफेक्चरर एसोसिएशन में उद्यमियों का साथ मिलकर इससे निजात दिए जाने की घोषणा की गई है। उन्होंने कहा कि साल भर के जुर्माने नहीं लगाए जाएंगे।
जागरण संवाददाता, लुधियाना। स्माल स्केल मैन्यू्फेक्चरर एसोसिएशन की ओर से इंडस्ट्री को परेशान किए जाने को लेकर पीएसपीसीएल के चेयरमैन का पिछले तीन सप्ताह से पुतला फूंक प्रदर्शन हर सोमवार को किया जा रहा था। इसका संज्ञान लेते हुए पीएसपीसीएल की ओर से कारोबारियों की मांग को मानकर राहत प्रदान कर दी गई है। धरने प्रदर्शन की अगुआई कर रहे जसविंदर सिंह ठुकराल ने कहा कि पावरकाॅम की ओर से इंडस्ट्री के लोड ज्यादा चलाने के चलते एक साल का नजायज जुर्माना लगाया गया था। चाहे किसी इंडस्ट्री ने लोड दो महीने अधिक चलाया है। उसको भी साल भर के बिल का दोगुणा जुर्माना डाला गया था जोकि प्रति इंडस्ट्री लाखों रुपये का बन चुका था।
आज विभाग के डायरेक्टर डिस्ट्रीब्यूशन डीपीएस गरेवाल की ओर से गिल रोड स्थित यूनाइटेड साइकिल एवं पार्टस मैन्यूफेक्चरर एसोसिएशन में उद्यमियों का साथ मिलकर इससे निजात दिए जाने की घोषणा की गई है। उन्होंने कहा कि साल भर के जुर्माने नहीं लगाए जाएंगे। जितने दिन अतिरिक्त बिजली इस्तेमाल की गई है, उतने दिन के ही चार्जेज लिए जाएंगे। उद्यमियों ने विभाग का इस जायज मांग को मानने के लिए धन्यवाद किया।
ठुकराल ने कहा कि इंडस्ट्री मंदी के दौर से गुजर रही है। कई महीनों से मार्केट डिमांड कम है और कच्चे माल के दाम बढ़ने से इंडस्ट्री की लागत बढ़ गई है। ऐसे में इस तरह के फैंसलों से इंडस्ट्री बेहद परेशानी के दौर में थी। इस फैसले से इंडस्ट्री को एक बड़ी राहत मिलेगी। इस अवसर पर जसविंदर सिंह ठुकराल, डीएस चावला, चरणजीत सिंह विश्वकर्मा, अवतार भोगल, रजिंदर सिंह सराहाली, वलायती राम दुर्गा व गुरमीत कुलार आदि मौजूद थे।
पंजाब का बिजली संकट शीघ्र होगा दूर
पीएसपीसीएल के डिस्ट्रीब्यूशन डायरेक्टर डीपीएस ग्रेवाल ने कहा कि पंजाब में किसी भी तरह का बिजली संकट नहीं है। पंजाब में बिजली की पूर्ण सप्लाई है, केवल मानसून देरी से आने और कुछ थर्मल प्लांटों में तकनीकी खामियों के चलते यह कुछ दिन के लिए प्रभावित हुआ था। जिस पर अब दोबारा विभाग ने पटरी पर लाने का प्रयास किया है। इस समय 15000 मेगावाट की डिमांड है, जबकि 13500 मेगावाट का उत्पादन किया जा रहा है। तलवंडी साबो में 600 मेगावाट का उत्पादन आरंभ हो गया है, जबकि आने वाले कुछ दिनों में 800 मेगावाट का उत्पादन आरंभ हो जाएगा। इससे दोबारा पंजाब के उद्योग बिजली सरप्लस होगी।