Smart City प्रोजेक्टों में देरी पर DC ने लगाई अधिकारियों की क्लास Ludhiana News
डीसी ने स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अफसरों को साफ कह दिया कि प्रोजेक्ट समयसीमा के हिसाब से पूरे होने चाहिए ताकि लोगों को किसी तरह की असुविधा न हो।
लुधियाना, जेएनएन। लुधियाना को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए पहली 20 शहरों की सूची में जगह मिली थी। हालांकि अभी तक कोई भी प्रोजेक्ट सिरे नहीं चढ़ा। प्रोजेक्ट लगातार लटकते जा रहे हैं। डीसी प्रदीप अग्रवाल ने मंगलवार को अलग अलग विभागों के अधिकारियों की बैठक ली और स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्टों में हो रही देरी पर जमकर खिंचाई की। डीसी ने स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अफसरों को साफ कह दिया कि प्रोजेक्ट समयसीमा के हिसाब से पूरे होने चाहिए ताकि लोगों को किसी तरह की असुविधा न हो। उन्होंने अधिकारियों से सभी प्रोजेक्टों की डेडलाइन पूछी और उसके हिसाब से काम करने की हिदायतें दी।
पार्किंग के लिए जगह उपलब्ध नहीं : सीईओ संयम
स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीईओ संयम अग्रवाल ने कहा कि स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शहर में और पार्किंग बनाना चाहते हैं लेकिन जगह उपलब्ध नहीं है। जिस पर डीसी ने सभी विभागों को पत्र लिखने को कहा कि जिसके पास जगह है वह बताएं ताकि वहां पर पार्किंग बनाई जा सके। अग्रवाल ने बताया कि एलईडी प्रोजेक्ट मार्च तक पूरा हो जाएगा। इसी तरह मल्हार रोड व कारकस प्लांट का काम जून 2020 तक पूरा हो जाएगा। इसके अलावा कैनाल साइड ब्यूटीफिकेशन भी 2020 तक पूरा किया जाना है। संयम अग्रवाल ने बताया कि स्लाटर हाउस का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और जल्दी ही उसे शुरू किया जा रहा है।
आरओबी व आरयूबी के वर्क ऑर्डर जारी
सीईओ ने कहा कि पखोवाल रोड पर बनने वाले आरओबी व आरयूबी के वर्क ऑर्डर जारी कर टेङ्क्षस्टग का काम चल रहा है। इसे पूरा करने में भी करीब दो साल का वक्त लगेगा। डीसी ने एलईडी लाइट््स को आ रही दिक्कतों को दूर करने के लिए कंपनी प्रतिनिधियों को सख्त हिदायतें दी। डीसी ने कहा कि वह अपने टोल फ्री नंबर सार्वजनिक करें ताकि लोग अपनी शिकायत कर सकें, जिस पर कंपनी प्रतिनिधियों ने कहा कि वह टोल फ्री नंबर जारी कर चुके हैं। एलईडी लाइट्स से संबंधित शिकायत टोल फ्री नंबर 1800121484848 कर सकते हैं। डीसी ने कहा कि स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट समय पर पूरे हों इसके लिए संबंधित अफसरों को हिदायतें जारी की गई हैं।
तय अवधि में शुरू किया जाए सीईटीपीः डीसी
ताजपुर रोड एवं बहादुरके रोड पर डाइंग उद्योग के गंदे पानी को ट्रीट करने के लिए स्थापित किए जा रहे तीन कॉमन एफ्लयूएंट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी) की समीक्षा बैठक मंगलवार को हुई। इसकी अध्यक्षता डिप्टी कमिश्नर प्रदीप अग्रवाल ने की। बैठक में डीसी ने तीनों सीईटीपी की प्रगति का जायजा लिया और डाइंग उद्यमियों को इनके निर्माण में आ रही दिक्कतों की जानकारी ली। डीसी ने निर्देश दिए कि तय अवधि में सीईटीपी को शुरू किया जाए।
सीईटीपी में बिजली कनेक्शन के लिए तमाम औपचारिकताएं पूरी
बहादुरके टेक्सटाइल्स एंड निटवियर एसोसिएशन के महासचिव सुभाष सैनी ने बताया कि बहादुरके में लग रहे सीईटीपी में बिजली कनेक्शन के लिए तमाम औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। उम्मीद है कि अगले दो चार दिन में बिजली कनेक्शन मिल जाएगा। इसके अलावा केवल तीन सौ मीटर सीवरेज पाईप डालने का काम शेष है। इसे भी अगले तीन चार दिन में पूरा कर लिया जाएगा। सैनी ने कहा कि बहादुरके सीईटीपी को ऑपरेशनल करने की अंतिम तारीख 31 दिसंबर है। जबकि , इसे पंद्रह से बीस दिसंबर के बीच ही शुरू करा दिया जाएगा। उनके साथ आदिनाथ प्रोसेसर्स से ललित जैन एवं रजनीश गुप्ता भी मौजूद रहे।
समय पर नहीं मिल रहा सरकार फंड : जिंदल
पंजाब डायर्स एसोसिएशन के महासचिव बॉबी जिंदल ने कहा कि ताजपुर रोड पर लग रहे सीईटीपी में सरकारी फंड वक्त पर नहीं मिल पा रहा है। पंजाब सरकार ने साढ़े सात करोड़ देना है, जबकि केवल डेढ़ करोड़ ही आया है। जबकि केंद्र ने पंद्रह करोड़ का फंड देना है, तीन करोड़ कुछ दिन में आने की संभावना है। उफंड की किल्लत से ही दिक्कत आ रही है। उधर फोकल प्वाइंट की इंडस्ट्री के लिए बन रहे सीईटीपी में भी फंड को लेकर दिक्कतें हैं।
समस्या को किया जाएगा समाधान : डीसी
डीसी ने भरोसा दिलाया कि संबंधित विभागों से बातचीत करके समस्या का समाधान कराया जाएगा। बैठक में फोकल प्वाइंट्स से राहुल वर्मा, विजय मेहतानी, अंकुर खन्ना, रजनीश गुप्ता, सुधीर चड्ढा समेत कई उद्यमी मौजूद रहे।