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लुधियाना में कोरोना ड्राई रन पर भी लेटलतीफी, सुबह 09:30 बजे तक सेशन साइट पर तैयारियों में जुटा रहा स्टाफ

लुधियाना में कोरोना वैक्सीनेशन के लिए दो दिन का ड्राई रन चलाया गया। पहले दिन सोमवार को सेहत विभाग की ओर से डमी वैक्सीन लगाने के लिए प्रबंधों को जांचा गया। मगर मंगलवार को सिविल अस्पताल में ड्राई रन की व्यवस्था पटरी से उतरी नजर आई।

By Vikas_KumarEdited By: Published: Wed, 30 Dec 2020 07:35 AM (IST)Updated: Wed, 30 Dec 2020 07:35 AM (IST)
दैनिक जागरण की टीम ने सुबह कोरोना वैक्सीनेशन के लिए ड्राई रन में कई खामियां पकड़ीं।

लुधियाना, जेएनएन। जिले में मंगलवार को कोरोना वैक्सीनेशन के लिए ड्राई रन (माक ड्रिल) का असली 'टेस्ट' हुआ। यह ट्रायल दो दिन के लिए था। पहले दिन सोमवार को सेहत विभाग की ओर से डमी वैक्सीन लगाने के गए इस प्रक्रिया के लिए किए गए प्रबंधों को जांचा गया। मगर मंगलवार को सिविल अस्पताल के मदर एंड चाइल्ड अस्पताल में ड्राई रन की व्यवस्था पटरी से उतरी नजर आई। सरकारी दफ्तरों में तो पहले ही अकसर स्टाफ के लेट आने की शिकायतें आती रहीं हैं और ड्राई रन के दूसरे दिन भी यही दिखा।

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दैनिक जागरण की टीम ने सुबह अपने दौरे के समय यह सब खामियां पकड़ीं। दरअसल, वैक्सीन का ड्राई रन सुबह नौ बजे से शुरू होना था, लेकिन इसमें शामिल होने वाला स्टाफ और अधिकारी ही लेट आए। साढ़े नौ बजे तक सेशन साइट पर स्टाफ वैक्सीनेशन की तैयारियों में लगा था। हालांकि जब कोई ऐसी प्रक्रिया हो तो सभी को पहले ही पहुंचना चाहिए था। इससे पता चलता है कि सेहत विभाग समय का कितना पाबंद हैैं।

जागरण टीम की नजर से लाइव : समय पर केवल वैक्सीनेशन-टू आफिसर पहुंचे, बाकी लेट रहे

सुबह 9.10 मिनट पर आया वैक्सीनेशन आफिसर-वन

दैनिक जागरण की टीम जब सुबह नौ बजे सेशन साइट पर पहुंची। एंट्री गेेट पर वैक्सीनेशन आफिसर-वन यानी गार्ड नहीं था। वह सुबह 9.10 मिनट पर आया। इसके बाद हम रजिस्ट्रेशन रूम में पहुंचे, तो देखा कि रजिस्ट्रेशन काउंटर पर वैक्सीनेटर-टू आफिसर बिजेंद्र जैन यानी रजिस्ट्रेशन कर्मचारी समय पर आए हुए थे।

9.12 मिनट तक वैक्सीनेटर नहीं पहुंची

रजिस्ट्रेशन काउंटर के पास ही वैक्सीनेशन रूम था, जहां वैक्सीनेटर की कुर्सी खाली थी। 9.12 मिनट तक वैक्सीनेटर नहीं पहुंची थी।

-9.14 मिनट पर आईं एसएमओ

-9.14 मिनट पर एसएमओ डा. अमरजीत कौर और उनके साथ नोडल आफिसर सेशन साइट पर आती हैैं। उनके आने के तुरंत बाद वैक्सीनेटर भी अपनी सीट पर पहुंच जाती हैैं। करीब 9.20 मिनट पर स्टाफ वैक्सीन कैरियर वैक्सीनेटर को सौंप कर जाती है।

9.25 मिनट तक आब्जर्वेशन रूम खाली

-9.25 मिनट तक आब्जर्वेशन रूम में नियुक्त वैक्सीनेशन आफिसर चार की कुर्सी भी खाली थी। वह भी समय पर नहीं आए। इससे पता चलता है स्टाफ अनुशासन का कितना पालन करता है।

सुबह 9.45 पर पहले लाभार्थी, 11.40 मिनट तक 24 लाभार्थियों को दिया 'डमी टीका'

एमसीएच के सेशन साइट पर पहले लाभार्थी डा. विवेक गोयल सुबह 9.35 मिनट पर पहुंचे। एंट्री गेट पर तैनात वेक्सीनेशन आफिसर वन ने पहले इंफ्रारेड थर्मामीटर से उनका बाडी टेंपरेचर चेक किया। उनके रजिस्ट्रेशन की जांच की और रजिस्ट्रेशन रूम में भेज दिया। वहां वैक्सीनेशन टू आफिसर को डा. विवेक ने एसएमएस के जरिए भेजे रजिस्ट्रेशन नंबर को दिखाया। वैक्सीनेशन आफिसर ने पैन कार्ड दिखाने के लिए कहा। करीब पांच मिनट वह यहां रुके। इसके बाद वह वैक्सीनेटर के पास पहुंचे। जहां वैक्सीनेटर ने उन्हें वैक्सीन के बारे में बताया और फिर डमी सिरिंज (वैक्सीन नहीं लगाई) की प्रक्रिया 9.45 मिनट पर पूरी की। वैक्सीनेशन के बाद वह आब्जर्वेशन रूम में 30 मिनट तक बैठे। सेशन साइट के स्टाफ के मुताबिक सुबह 11.40 मिनट तक 24 लाभार्थियों को वैक्सीनेशन की जा चुकी थी।


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