लुधियाना सिविल अस्पताल में सांस की तकलीफ व काेराेना मरीजों को अब मिलेगा बेहतर इलाज
शहर के सिविल अस्पताल में गंभीर राेगाें से जूझ रहे मरीजाें काे अब राहत मिलने के अासार है। पहले एेसे मरीजाें काे पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में रेफर कर दिया जाता था।
लुधियाना, जेएनएन। सिविल अस्पताल में ही कोरोना संक्रमित मरीजों को अब बेहतर इलाज मिल सकेगा। सिविल में फ्लो नेजल ऑक्सीजन (एचएफएनओ) व बाईपेप नॉन इन्वेसिव वेंटिलेशन (एनआइवी) मशीनें आ गई हैं, जिससे सांस लेने की शिकायत से जूझने वाले संक्रमित मरीजों को राहत मिलेगी।
गाैरतलब है कि सिविल अस्पताल में ऐसे बहुत से कोरोना संक्रमित मरीज आते है, जिन्हें सांस लेने में तकलीफ की शिकायत होती है। अस्पताल में अभी तक इस तरह के मरीजों को सामान्य नॉर्मल ऑक्सीजन लगाकर स्थिर करने की कोशिश होती थी। जो मरीज ऑक्सीजन से स्थिर नहीं हो पाते थे, उन्हें पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में रेफर कर दिया जाता था।
संवेदना ट्रस्ट ने तीन एचएफएनओ मशीनें की भेंट
सिविल अस्पताल की कोविड 19 की नोडल इंचार्ज डॉ. हतिंदर कौर ने बताया कि संवेदना ट्रस्ट ने तीन एचएफएनओ मशीनें दी हैं। यह मशीन उन संक्रमित मरीजों के लिए काफी लाभदायक होगी, जिनमें ऑक्सीजन कम होती है। यह मरीज को हाई प्रेशर पर ऑक्सीजन देती है। तीन में से एक मशीन का इस्तेमाल शुरू हो गया है जबकि बाकी की दो मशीनें सोमवार से वर्किंग में होंगी।
107 कोरोना संक्रमित मरीज अस्पताल में भर्ती
इसके अलावा सरकार की तरफ से उन्हें बाईपेप नॉन इन्वेसिव वेंटिलेशन (एनआइवी) की 13 मशीनें भी दी गई हैं। यह भी सांस लेने में तकलीफ से जूझ रहे मरीजों की जिंदगी बचाने में काम आएगी। सिविल अस्पताल के कोविड आइसोलेशन सेंटर के एचडीयू व आइसीयू में लगाई जाने वाली इन मशीनों के आने से यहां अब लेवल टू एडवांस बेड हो गए हैं। सिविल अस्पताल में शुक्रवार तक 107 कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती थे।
एसपीएस अस्पताल ने कोरोना मरीजों के लिए पचास बेड और बढ़ाए
जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए एसपीएस अस्पताल ने पचास बेड और बढ़ा दिए है। शुक्रवार को डिप्टी कमिश्नर वरिंदर शर्मा व पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने अस्पताल का दौरा किया। इस मौके पर डीसी ने अन्य अस्पतालों से भी अपील की कि वह अपने यहां कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए बेड बढ़ाएं।