Punjab Street Food: लुधियाना से 20 किमी दूर पकौड़ों का स्वाद देता है अनुभूति, ‘कैंड पकौड़ा जंक्शन’ पर लगती है भीड़
Punjab Street Food 47 साल पहले वर्ष 1975 में जब बहादुर सिंह ने कैंड के पुल के पास पकौड़े बनाने की दुकान खोली थी। यहां हर राेज लाेगाें की भीड़ लगी रहती है। बहादुर सिंह ने 15 पैसे की चाय से दुकान की शुरुआत की थी।
भूपेंदर सिंह भाटिया, लुधियाना। Punjab Street Food: पकौड़े के शौकीन लोगों को शहर में अगर अलग-अलग तरह के पकौड़ों की तलाश रहती है तो सबसे पहला नाम ‘कैंड दे पकौड़े’ का आता है। शहर से लगभग 20 किलोमीटर दूर आलमगीर के पास नहर के किनारे गर्म-गर्म पकौड़ों का स्वाद अलग ही अनुभूति देता है। 47 साल पहले वर्ष 1975 में जब बहादुर सिंह ने कैंड के पुल के पास पकौड़े बनाने की दुकान खोली थी तो किसी को अंदाजा भी नहीं था कि आने वाले समय में यह पकौड़ों के शौकीन लोगों के लिए महत्वपूर्ण जगह बन जाएगी।
लुधियाना-मालेरकोटला रोड से गुजरने वाले लोग यहां कार रोककर पकौड़ों का आनंद जरूर लेते हैं। लुधियाना शहर से लोग 20 किलोमीटर दूर परिवार के साथ कैंड दे पकौड़ों को आनंद लेने जाते हैं। लुधियानवियों को इतनी दूर न जाना पड़े इसलिए अब इसके संचालकों ने शहर में ही कैंड दे पकौड़ों का एक जंक्शन तैयार कर दिया है। सर्किट हाउस रोड पर बने इस पकौड़ा जंक्शन पर अब लोग कैंड दे पकौड़ों का स्वाद चख रहे हैं।
संचालक बहादुर सिंह कहते हैं कि कैंड के पुल पर देसी स्टाइल की दुकान है, लेकिन पकौड़ों के शौकीन लोगों को एक अच्छे रेस्टोरेंट में इनके स्वाद का आनंद दिलाने के लिए शहर में यह जंक्शन बनाया गया है। लोग इसे खूब पसंद भी कर रहे हैं। पकौड़ों के साथ यहां की चटनी स्वाद को कई गुणा बढ़ा देती है। खास बात यह है कि इस चटनी की रेसेपी वे खुद तैयार करते हैं।
कभी तीन रुपये किलो मिलते थे पकौड़े
वर्ष 1975 में बहादुर सिंह ने 15 पैसे की चाय से दुकान की शुरुआत की थी। अब यहां पर चाय की कीमत 15 रुपये कप तक पहुंच गई है। शुरू में तीन रुपये में एक किलो पकौड़े मिल जाते थे लेकिन अब एक किलो पकौड़ों की कीमत 350 रुपये पहुंच गई है।
15 से 20 किस्म के पकौड़े किए जाते हैं तैयार
शहर में खोले गए पकौड़ा जंक्शन में 15 से 20 किस्म के पकौड़े तैयार किए जाते हैं। इनमें पनीर, ब्रेड, मिर्च, चीज कोन रोल, शिमला मिर्च, फिंगर चिप्स, बैंगन, गोभी, मिक्स, चीज बनाना रोल, आलू मैथी टिक्की और पनीर टिक्की खास हैं।