मैन्यूफेक्चरिग इंडस्ट्री डिजिटल सेल ग्रोथ पर करेगी मंथन
कोविड संकट के चलते लगातार डिजिटल सेल में ग्रोथ हो रही है और बाजारों की बजाय ऑनलाइन ट्रैफिक बढ़ा है।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : कोविड संकट के चलते लगातार डिजिटल सेल में ग्रोथ हो रही है और बाजारों की बजाय ऑनलाइन ट्रैफिक बढ़ा है। ऐसे में इंडस्ट्री में अब तेजी से बदलाव आ रहे हैं और रिटेल सेक्टर में डिजिटल की ओर रुख करना पड़ रहा है। ऐसे में कारपोरेट कंपनियों ने तो डिजिटल के लिए खुद को अपग्रेड कर लिया है, लेकिन माइक्रो स्माल एवं मीडियम इंटरप्राइजिज (एमएसएमई) के लिए अभी अपार चुनौतियां हैं। ऐसे में चेंबर ऑफ इंडस्ट्रियल एवं कामर्शियल अंडरटेकिग (सीआइसीयू) की ओर से मैन्यूफेक्चरिग इंडस्ट्री के लिए एक वेबिनार स्कोप आफ डिजिटल मार्केटिग फार मैन्यूफेक्चरिग का सेशन छह अक्टूबर को आयोजित किया जाएगा। यह आयोजन झूम एप के जरिए आयोजित किया जाएगा। इसमें इंडस्ट्री को डिजिटल सेल में ग्रोथ करने, उत्पादों में विस्तार करने सहित अहम मुद्दों के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। इस दौरान सीआइसीयू के प्रधान उपकार सिंह आहुजा, महासचिव पंकज शर्मा, ब्रूस क्ले इंडिया के सीओओ संजीव दुग्गल और कंट्री हेड अजय छाबड़ा पैनल डिस्कशन में भाग लेंगे और नए बदलावों और चुनौतियों पर चर्चा करेंगे। स्टील दाम निर्धारित करने के लिए कमेटी बनाने की मांग
जागरण संवाददाता, लुधियाना : स्टील के दाम में लगातार होने वाली उठापठक के चलते इसकी जमाखोरी अहम रोल अदा कर रही है। जो पूरे देश की अर्थव्यवस्था को खराब कर रही है। इससे न केवल स्टील बल्कि इससे बनने वाले उत्पादों के रेट में भारी अंतर आ रहा है। फास्टनर मैन्युफेक्चरर एसोसिएशन के प्रधान नरिदर भमरा ने सरकार से अपील की कि इसे लेकर शीघ्र कमेटी का गठन किया जाना चाहिए। जो दामों को निर्धारित करने के साथ साथ भारतीय इंडस्ट्री की डिमांड को पूरा करने के बाद एक्सपोर्ट के लिए स्टील जारी करे। सरकार को स्टील जैसे अहम उत्पाद को लेकर सरकारी कंपनियों के माध्यम से बेहतर दामों पर स्टील की उपलब्धता को सुनिश्चित करना चाहिए।