Coronavirus Effect: कोरोना व सब्सिडी रुकने से लुधियाना सीईटीपी का निर्माण प्रभावित, बिजली कनेक्शन का भी इंतजार
उद्योगपतियों का तर्क है कि कोविड को देखते हुए आई परेशानियों के चलते काम में देरी हो गई है। वहीं औद्योगिक इकाइयों में चर्चा है कि इस काम के देरी से होने के पीछे की वजह डायरेक्टरों में चल रहा आपसी विवाद है।
लुधियाना, [मुनीश शर्मा]। ताजपुर रोड पर बन रहे काॅमन एंफ्यूलेंट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी) के निर्माण प्रक्रिया में देरी को लेकर पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 1.30 करोड़ रुपये का जुर्माना तो भेज दिया है, लेकिन इस प्रोजेक्ट के देरी में कहीं न कहीं सरकार भी जिम्मेदार है। कोविड के चलते लगे लाकडाउन और विभिन्न पाबंदियों के चलते पंजाब डायर्स एसोसिएशन की ओर से समय पर इसका निर्माण पूरा नहीं किया जा सका।
इसके साथ ही केंद्र सरकार के हिस्से की 4.50 करोड़ा रुपये की सब्सिडी नहीं मिलने से भी काम पूरा करने में परेशानी हुई। उद्योगपतियों का तर्क है कि कोविड को देखते हुए आई परेशानियों के चलते काम में देरी हो गई है। वहीं औद्योगिक इकाइयों में चर्चा है कि इस काम के देरी से होने के पीछे की वजह डायरेक्टरों में चल रहा आपसी विवाद है।
कई दिनों से डायरेक्टरों की आपसी खींचतान के चलते काम प्रभावित हो रहा है और पिछले लंबे समय से काम स्थगित हो रहा है। डायरेक्टरों का तर्क है कि हम शीघ्र ही काम को पूरा कर लेंगे और यह सीईटीपी सभी सुविधाओं से लैस होगा। मक्कड़ बोले- हमारी टीम एकजुट, कनेक्शन व सब्सिडी की जरूरत पंजाब डायर्स एसोसिएशन के चेयरमैन अशोक मक्कड़ ने कहा कि ताजपुर रोड पर बन रहे सीईटीपी के देरी होने की वजह कई महीनों से रुकी पड़ी 4.50 करोड़ रुपये की सब्सिडी भी है। साथ ही कोविड काल के चलते काम में गति नहीं आ सकी। कई दिनों तक बंद के साथ-साथ लेबर के बीमार हो जाने के चलते प्रोजेक्ट का काम प्रभावित हुआ है।
उन्होंने दावा किया कि सारी टीम प्रोजेक्ट को लेकर एकजुट है और सब मिलकर इस प्रोजेक्ट को समय पर पूरा करने को प्रयासरत है। अभी पंजाब सरकार की ओर से पीएसपीसीएल के जरिए हमें प्लांट के लिए 1500 किलोवाट का बिजली का कनेक्शन भी नहीं दिया है। इसको लेकर लंबे अर्से से मांग की जा रही है। अधिकतर काम पूरा हो चुका है और इसकी ट्रायल के बाद भी काम पूरा किया जा सकता है।
इसके लिए बिजली के कनेक्शन की अहम आवश्यकता है। हमारी सरकार से मांग है कि समय पर बिजली कनेक्शन, सब्सिडी मिले, तो कुछ ही दिनों में काम पूरा हो जाएगा। इससे डेढ़ सौ से अधिक कंपनियों को लाभ मिलेगा। इसके साथ ही फोकल प्वाइंट 40 एमएलडी का सीईटीपी भी समय से पूरा हो जाएगा।