लुधियाना में अंडर ट्रायल्स रिव्यू कमेटी ने 1356 विचाराधीन कैदी किए रिहा, इस वजह से लिया गया फैसला
लुधियाना में कोरोना काल के दौरान अब तक 1356 बंदियों को अंतरिम जमानत और व्यक्तिगत बांड पर रिहा किया जा चुका है। सेंट्रल जेल लुधियाना में अब तक 417 बोस्टल जेल में 19 और महिला जेल में 32 कैदियों को अंतरिम जमानत पर रिहा किया जा चुका है।
लुधियाना, जेएनएन। कोरोना महामारी के चलते जिला सेशन जज व कानूनी सेवाएं अथारिटी लुधियाना के चेयरमैन गुरबीर सिंह की अध्यक्षता में अंडर ट्रायल्स रिव्यू कमेटी की समय-समय पर हुई बैठकों में लिए फैसलों के मद्देनजर 1356 विचाराधीन कैदी जेल से रिहा किए गए। यह निर्णय कोरोना महामारी के चलते लिया गया।
ये बैठकें वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से की गई। सेंट्रल जेल, बोस्टल जेल और महिला जेल लुधियाना के साथ की गई बैठकों में बंद कैदियों के मामलों की चर्चा की गई और उन बंदियों की सूचना ली गई जिनके मामलों में कोर्ट ने जमानत के आदेश जारी किए हैं और जो जमानती बांड भरने में असमर्थ थे। इन्ही कैदियों को लेकर सेशन जज गुरबीर सिंह, जिला मजिस्ट्रेट, लुधियाना, पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल, सीजेएम व जिला कानूनी सेवाएं अथारिटी की सचिव प्रीति सुखीजा, सुपरिंटेंडेंट सेंट्रल जेल, सुपरिंटेंडेंट बोस्टल जेल, सुपरिंटेंडेंट महिला जेल, लुधियाना और जिला अटार्नी रविंदर अब्रोल (अभियोजन) लुधियाना ने वीसी के माध्यम से इसमें भाग लिया।
सचिव प्रीति सुखीजा ने बताया कि कोरोना काल के दौरान अब तक तीनों जेलों से 1356 बंदियों को अंतरिम जमानत और व्यक्तिगत बांड पर रिहा किया जा चुका है। कोरोना महामारी के दौरान सेंट्रल जेल लुधियाना में अब तक 417, बोस्टल जेल में 19 और महिला जेल में 32 कैदियों को अंतरिम जमानत पर रिहा किया जा चुका है। इसके अलावा सेंट्रल जेल, लुधियाना से अब तक 555 कैदी, बोस्टल जेल से 86 और महिला जेल से 68 कोरोना अवधि के दौरान निजी मुचलके पर रिहा किए गए हैं।
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