लाइव रिपोर्ट : नाइट शेल्टरों में साफ-सफाई तो हुई, पर बिस्तर नहीं हैं साफ
नगर निगम कमिश्नर प्रदीप सभ्रवाल के आदेशों के बाद नगर निगम के नाइट शेल्टरों में साफ-सफाई तो हो गई लेकिन बिस्तर अभी भी गंदे पड़े हैं।
राजेश भट्ट, लुधियाना : नगर निगम कमिश्नर प्रदीप सभ्रवाल के आदेशों के बाद नगर निगम के नाइट शेल्टरों में साफ-सफाई तो हो गई, लेकिन बिस्तर अभी भी गंदे पड़े हैं। यही नहीं कोरोना के कारण बाहर सोने वाले लोग भी नाइट शेल्टर में जाने को तैयार नहीं हैं। हालात यह हैं कि तीन में से दो नाइट शेल्टरों में एक भी व्यक्ति रहने को नहीं पहुंचा, जबकि एक में पांच लोग पहुंचे। वह भी कोरोना संक्रमण से डरे हुए हैं। कोरोना का भय ऐसा है कि दो बेघर लोग घंटाघर के पास नाइट शेल्टर के बाहर सोए हुए थे, लेकिन नाइट शेल्टर के अंदर जाने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि वह बाहर अलग-अलग सोए हैं और नाइट शेल्टर के अंदर उन्हें एक कमरे में कई लोगों के साथ रखा जाएगा। दैनिक जागरण ने नगर निगम के तीन नाइट शेल्टरों का देर रात जायजा लिया। इसमें दो नाइट शेल्टर बिल्कुल खाली पाए गए, जबकि शहर की सड़कों पर लोग खुले में सोए हैं। कमिश्नर के आदेशों के बावजूद वीरवार रात को बेघरों को लेने के लिए सिटी बस नहीं पहुंची।
स्थान : हैबोवाल डेयरी कांप्लेक्स में बना नाइट शेल्टर
समय: 9:10 बजे रात
स्थिति: यहां बेघरों के लिए दो बड़े हाल हैं, जिनपर ताला लगा हुआ था। यहां एक भी बेघर नहीं पहुंचा था। निगम की सिटी बस ने भी यहां किसी को नहीं पहुंचाया। वहां मौजूद कर्मचारी ने बताया कि यहां पिछले साल के बिस्तर हैं और नए बिस्तर अभी तक नहीं आए। निगम अफसर दिन में बिजली ठीक करके व साफ-सफाई करवाकर गए हैं। शुक्रवार को मास्क, सैनिटाइजर व अन्य सामान लेकर आएंगे।
स्थान: घंटाघर स्थित नाइट शेल्टर
समय : 9:20 बजे रात
स्थिति : नाइट शेल्टर के बाहर पुल के नीचे दो लोग सोए हुए थे, जबकि नाइट शेल्टर के अंदर पांच लोग थे। यहां भी साफ-सफाई हुई थी। पानी की मोटर खराब होने के कारण पानी नहीं आ रहा था। अफसर दिन में सफाई करवाकर गए थे। यहां भी पुराने बिस्तर थे और वह कमरों में ही बिखरे पड़े थे। यहां एक कमरा महिलाओं के लिए भी बनाया गया है। मास्क व सैनिटाइजर यहां भी नहीं पहुंचा।
स्थान : मिलर गंज घंटाघर
समय 9:30 बजे
स्थिति : यहां दो हालों में नाइट शेल्टर बनाया गया है। दोनों पर ताला लगा हुआ है। यहां दो कर्मचारी जरूर मौजूद थे। इस नाइट शेल्टर में जब कोई नहीं आया तो कर्मचारियों ने 9.15 बजे लाक लगा दिया। यहां करीब 40 बिस्तर हैं, लेकिन सभी गद्दे खराब हो चुके हैं। निगम की तरफ से यहां पर मास्क पहुंच गए हैं। सिटी बस यहां भी किसी को लेकर नहीं आई।