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किसान रेल रोको आंदोलन : ब्यास व जालंधर से ट्रेनों का परिचालन शुरू, यात्रियों को मिली राहत

पंजाब में किसान आंदोलन के कारण ट्रेनों का परिचालन बाधित है लेकिन ब्यास और जालंधर से ट्रेन गई हुई थी उसकी वापसी दिल्ली की और हुई है। इससे कुछ यात्रियों को राहत मिली है। लुधियाना रेलवे स्टेशन पर यात्री सवार होकर अपने गंतव्य की ओर रवाना हुए।

By Vinay KumarEdited By: Published: Wed, 22 Dec 2021 03:20 PM (IST)Updated: Wed, 22 Dec 2021 03:20 PM (IST)
किसान रेल रोको आंदोलन : ब्यास व जालंधर से ट्रेनों का परिचालन शुरू, यात्रियों को मिली राहत
लुधियाना रेलवे आरक्षण केंद्र पर टिकट वापसी करते हुए लाइन में खड़े यात्री।

जागरण संवाददाता, लुधियाना। किसान आंदोलन से ट्रेनों का परिचालन बाधित है लेकिन ब्यास और जालंधर से ट्रेन गई हुई थी उसकी वापसी दिल्ली की और हुई है। रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार जालंधर से डीलक्स एक्सप्रेस और ब्यास से नंबर 3005 की वापसी हुई है जो दिल्ली की ओर रवानगी की गई है। इससे कुछ यात्रियों को राहत मिली है। लुधियाना रेलवे स्टेशन पर जो यात्री सफर के लिए इंतजार कर रहे थे वह डीलक्स एक्सप्रेस और ट्रेन नंबर 3005 में सवार होकर अपने गंतव्य के लिए रवाना हुए।

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रेल अधिकारी बताते हैं कि किसान आंदोलन से काफी ट्रेनें प्रभावित हुई हैं। तकरीबन पांच दर्जन ट्रेनें रद हुई हैं जबकि दो ट्रेनें जालंधर और ब्यास से दिल्ली की ओर रवाना हुई है। रेल अधिकारियों का कहना है कि जब तक किसान आंदोलन समाप्त नहीं हो जाता तब तक पूर्ण ट्रेनों का संचालन नहीं हो सकता है। वहीं यात्रियों का कहना है कि किसानों को चाहिए कि अपनी मांगों को लेकर जिला प्रशासन और सरकार के समक्ष रखें। ट्रेनों को बाधित करने से आम लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त होता है। इसलिए किसानों को ट्रेनों को बाधित करना छोड़ देना चाहिए।

यात्री बलकार सिंह, अजमेर सिंह, सतनाम सिंह, अश्वनी कुमार, विवेक, रॉकी आदि का कहना है कि उन्हें जरूरी काम से दिल्ली व अन्य गंतव्य पर जाना था और ट्रेनों का आवागमन ठप होने से उनका जरूरी काम भी ठप हो गया। उन्होंने कहा कि किसानों को चाहिए कि अपनी मांगों को लेकर सरकार के समक्ष रखना चाहिए जबकि रेल बाधित करने से उनके ही भाई बंधुओं को परेशानी होती है। 22 दिसंबर बुधवार को भी ट्रेनों का परिचालन सही नहीं होने से लंबी दूरी के यात्री मुश्किल में रहे। यूपी बिहार जाने वाली तकरीबन ट्रेनें रद्द होने से यात्रियों को संकट से गुजरना पड़ रहा है।

दस लाख की टिकट वापसी

रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार भारी संख्या में यात्रियों ने टिकट वापसी कर सफर को रद कर दिया है। जानकारी के अनुसार बुधवार दोपहर दो बजे तक करीब 10 लाख की टिकट वापसी हुई है। आरक्षण टिकट काउंटर पर भारी संख्या में लोगों ने टिकट वापस कर अपने सफर को रद कर दिया है। टिकट वापस करने वाले रामबरन, दुलीचंद सिंह, लक्ष्मण प्रसाद, बिंदेश्वरी मंडल, राधे कुमार आदि ने कहा कि लाकडाउन के बाद ट्रेनों का परिचालन सही नहीं होने से लगातार टिकट वापसी हो रही है और लोगों को रेल यात्रा से वंचित होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों को अपनी मांग सरकार के समक्ष रखनी चाहिए।

प्रदर्शनकारी अपनी मांगे सरकार के समक्ष रखें : सीमा

ट्रेनों का परिचालन बाधित होने और यात्रियों के परेशानी के बारे में फिरोजपुर रेल मंडल के डीआरएम सीमा शर्मा से बात करने पर उन्होंने कहा कि रेलवे यात्रियों को सफर की सुविधा देना चाहती है लेकिन बार-बार रेल ट्रैक बाधित करने और ट्रेनों का परिचालन ठप करने से रेल के साथ लोगों को भी परेशानी होती है। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों को अपनी मांगे सरकार के समक्ष रखनी चाहिए ट्रेनों को बाधित करने से आम लोग परेशान होते हैं।


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