सीरियल डॉग किलर मामले में खन्ना पुलिस की लीपापोती, एफआइआर की पुष्टि कर शिकायतकर्ता को ढूंढ रहे एसएचओ
थाने में दोनों पक्षों के बीच समझौता कराने के बाद अब एसएचओ शिकायतकर्ताओं को ढूंढ रहे हैं। रविवार को इसका भेद खुलने के बाद पुलिस की काफी किरकिरी हुई।
खन्ना [सचिन आनंद] । दो आवारा कुत्तों को चूहे मार दवा खिलाकर तड़पा-तड़पा कर मारने वाले सीरियल डॉग किलर को कानूनी शिकंजे से बचाने के प्रबंध खन्ना पुलिस ने कर लिए हैं। मामले में लीपापोती की जा रही है। शनिवार को मीडिया के समक्ष सीरियल डॉग किलर पर एफआइआर की पुष्टि करने वाले सिटी-2 थाना के एसएचओ रणदीप शर्मा ने एफआइआर दर्ज ही नहीं की। थाने में दोनों पक्षों के बीच समझौता कराने के बाद अब एसएचओ शिकायतकर्ताओं को ढूंढ रहे हैं। रविवार को इसका भेद खुलने के बाद पुलिस की काफी किरकिरी हुई। गौरतलब है कि कृष्णा नगर व गुलमोहर नगर में दो कुत्तों को मारने के आरोपित अजय कुमार नामक युवक को पुलिस ने शनिवार को पकड़ लिया था, लेकिन एसएचओ रणदीप शर्मा की मौजूदगी में ही दोनों पक्षों में लिखित राजीनामा करा दिया गया। पुलिस ने माफी भी मौखिक रूप से ही मंगवाई। मगर दबाव बढऩे पर मामला आला अधिकारियों की जानकारी में आया। शनिवार की रात को सिटी-2 एसएचओ रणदीप शर्मा ने फोन पर पुष्टि की कि अजय कुमार के खिलाफ जानवरों पर अत्याचार करने के आरोप में एफआइआर दर्ज कर दी गई है। मगर रविवार रात तक पुलिस ने कोई एफआइआर इस मामले में दर्ज नहीं की।
यह है मामला
शहर के कृष्णा नगर में इन दिनों एक सीरियल डॉग किलर सरगर्म है। एक स्कूटरी पर सवार यह करीब 30 साल का युवक इलाके में घूमने वाले आवारा कुत्तों को जहर देकर मार रहा है। इसकी एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आई। अभी तक युवक दो कुत्तों को कृष्णा नगर और उसके करीब गुलमोहर नगर में मार चुका है। युवक की पहचान भी अजय कुमार के रूप में हो गई। लोगों ने लिखित शिकायत भी शुक्रवार को सिटी-2 पुलिस को दी।
कांग्रेस नेताओं ने रुकवाई एफआइआर!
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार खन्ना शहर के एक बड़े कांग्रेस नेता और नगर कौंसिल चुनाव में चुनाव लडऩे के दावेदार युवा कांग्रेस नेता ने शनिवार रात को दबाव बनाकर एफआइआर को रुकवाया। बताते हैं कि नगर कौंसिल चुनाव में वोटों की राजनीति के चलते दो बेजुबानों की हत्या को दरकिनार कर दिया गया।
शिकायतकर्ता ही नहीं आ रहे : एसएचओ
एसएचओ सिटी-2 रणदीप शर्मा ने कहा कि शिकायतकर्ताओं ने अपनी शिकायत वापस ले ली थी। पुलिस ने समझौता नहीं कराया था। अब कई बार फोन करने पर भी शिकायतकर्ता नहीं आ रहे। फिर भी रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है और फाइल बंद नहीं की है। शर्मा ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज तो है, लेकिन इसकी भी पुष्टि करने के लिए एक गवाह चाहिए, जो नहीं मिल रहा है।