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बारिश से तापमान में आई गिरावट, ठंड से ठिठुरे लोग

महानगर में पश्चिमी विक्षोभ के असर से शनिवार मध्यरात्रि के बाद हुई बारिश और रविवार को पूरा दिन सूर्य देव के बादलों के पहरे में रहने से कड़ाके की ठंड जारी रही।

By Edited By: Published: Mon, 07 Jan 2019 06:30 AM (IST)Updated: Mon, 07 Jan 2019 06:30 AM (IST)
बारिश से तापमान में आई गिरावट, ठंड से ठिठुरे लोग
बारिश से तापमान में आई गिरावट, ठंड से ठिठुरे लोग

जेएनएन, लुधियाना। महानगर में पश्चिमी विक्षोभ के असर से शनिवार मध्यरात्रि के बाद हुई बारिश और रविवार को पूरा दिन सूर्य देव के बादलों के पहरे में रहने से कड़ाके की ठंड जारी रही। पूरा दिन सूर्य देव के नदारद रहने से सर्द हवाओं का जोर रहा और लोग ठिठुरते दिखे। सुबह से ही 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से सर्द हवाएं चल रही थीं। ठंड की सबसे अधिक मार दोपहिया वाहन चालकों को झेलनी पड़ रही है। पूरे शरीर को ढकने के बाद भी सर्द हवाएं शरीर को भेद रही थी। वहीं कई लोग घरों में रजाई और कंबल लेकर दुबके रहे। कइयों ने घरों में अलाव व ब्लोअर जलाकर ठंड से राहत पाने की कोशिश की। हालांकि दोपहर तीन बजे के आसपास कुछ देर के लिए धूप निकली। लेकिन जल्द ही सूर्य देव बादलों में छिप गए। शाम ढलते ही मौसम और सर्द हो गया और फिर से ठिठुरन बढ़ गई।

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पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के अनुसार रविवार को शहर में 2 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। अधिकतम तापमान 16.5 डिग्री और न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया।

बारिश से बढ़ेगी ठंड, बुजुर्गो व बच्चों का ध्यान रखें

उधर शहर के चिकित्सकों के अनुसार बारिश से सूखी ठंड से निजात जरूर मिली है। पर अब ठंड और बढ़ेगी। ऐसे में बुजुर्गो व बच्चों को ठंड से बचने की जरूरत है। सिविल अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. हरप्रीत सिंह के अनुसार नवजात शिशुओं से लेकर पांच साल तक के बच्चों को ठंड से बचाने के लिए पूरी तरह से गर्म कपड़े पहना कर रखें। अगर बच्चों को घर से बाहर ले जाना पड़े तो उनके सिर, पैर और कान को ढककर रखें। घुटनों के बल चलने वाले बच्चों को हाथों में मिटन्स या दस्ताने भी पहनाएं। बच्चों के आसपास हीटर का इस्तेमाल न करें। बच्चों को बंद जगह पर हलके गुनगुने पानी से नहलाएं।  

चेस्ट इंफेक्शन या निमोनिया के बढ़ जाते हैं चांस

मेडिसन विशेषज्ञ डॉ. गुरमीत सिंह के अनुसार ठंड में अस्थमा और ब्रोंकाइटिस के मरीजेां को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। इस मौसम में बुजुर्गो को चेस्ट इंफेक्शन या निमोनिया के चांस बढ़ जाते हैं। इसके अलावा ठंड में खून का दौरा कम हो जाता है। इसलिए, बुजुर्गो को यही सलाह है कि वह शरीर को अच्छी तरह से ढककर रखें। कोहरा व अधिक ठंड पड़ने पर सुबह के समय सैर से बचें। धूप निकलने पर ही सैर करें। खानपान का पूरा ध्यान रखें। रोजाना सात से आठ घंटे की नींद लें। दिन में सात से आठ गिलास पानी पीएं। अचानक गर्म से ठंडे में न निकलें। इस मौसम में फास्ट फूड व तला हुआ खाद्य पदार्थ खाने से परहेज करना चाहिए।


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