कान्हा को झुलाया झूला, ममता भाव में डूबे भक्त
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर कोरोना महामारी के साये में भी शहर में सुबह से ही चहल-पहल देखने को मिली। मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालु आने शुरू हो गए।
जागरण संवाददाता, खन्ना : श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर कोरोना महामारी के साये में भी शहर में सुबह से ही चहल-पहल देखने को मिली। मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालु आने शुरू हो गए। देवी दवाला मंदिर में बाल गोपाल के दर्शन एवं पूजन के लिए अरुण भारद्वाज व सोहन लाल की देखरेख में उचित प्रबंध किए गए। मंदिर का हर कोना रोशनी एवं गुब्बारों से सजाया गया। श्रीकृष्ण के बाल रूप के झूले को रस्सी से झुलाकर भक्तों ने ममता भाव का खूब आनंद लिया। मंदिर के पुजारी हरीशरण द्वारा बताए पंचाग के अनुसार भाद्रपद की अष्टमी तिथि एवं रोहिणी नक्षत्र के हिसाब से दो दिवसीय पूजन का पहला पूजन 11-12 अगस्त मध्यरात्रि को दो बार किया गया। श्रीकृष्ण जन्म के साथ ही शंखनाद किया गया और भगवान के शालीग्राम रूप को गर्भ स्वरूप खीरे में मंत्रोच्चारण के साथ विधिवत निकाला गया। इसके बाद पंच स्नान करवाया गया। श्रीकृष्ण जन्म की बधाई गाने के बाद आरती की गई और श्रद्धालुओं में प्रसाद बांटा गया। इस अवसर पर अरुण भारद्वाज, रजत, विमल जैन, मंजू भारद्वाज, दीपिका, करण शर्मा और मोना इत्यादि भी उपस्थित थे।
आदया बिरादरी ने सती माता की पूजा की
इधर, लुधियाना के आदया कम्यूनिटी ट्रस्ट ने जठेरों का विशाल मेला शाम नगर रेलवे इंजन शेड में सरकार द्वारा जारी गाइड लाइंस के अनुसार श्रद्धापूर्वक मनाया। सर्व प्रथम आदया बिरादरी की पंडिताइन जीवन लता ने सती माता को पुष्प माला अर्पित की। सेवक विनय आदया ने परिवार सहित सती माता का पूजन करते हुए आदया बिरादरी की मंगल कामना की। उन्होंने कहा कि जन्माष्टमी के दिन सती माता का विशाल मेला लगता है, जिसमें देश विदेश से आदया बिरादरी के सदस्य सती माता का पूजन करने आते हैं और मन्नतें मांगते हैं। इस दौरान श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में हलवा का प्रसाद वितरित किया गया।