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कहीं आप बुजुर्गों के लिए समस्या न बन जाएं : डॉ. गौरव

इन दिनों कोरोना चरम पर है लेकिन लोग बेखौफ होते जा रहे हैं। डॉक्टर्स से लेकर प्रशासन कोरोना से परेशान है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 27 Sep 2020 03:20 AM (IST)Updated: Sun, 27 Sep 2020 03:20 AM (IST)
कहीं आप बुजुर्गों के लिए समस्या न बन जाएं : डॉ. गौरव
कहीं आप बुजुर्गों के लिए समस्या न बन जाएं : डॉ. गौरव

जागरण संवाददाता, लुधियाना : इन दिनों कोरोना चरम पर है, लेकिन लोग बेखौफ होते जा रहे हैं। डॉक्टर्स से लेकर प्रशासन कोरोना से परेशान है। लोग अभी भी बाजारों में बिना मास्क और सुरक्षा के घूम रहे हैं। जैसे उन्हें कोरोना का कोई डर नहीं है। यह सबसे खतरनाक दौर है। उक्त बातें अरोड़ा न्यूरो सेंटर के मेडिसन स्पेशलिस्ट डॉ. गौरव सचदेवा ने दैनिक जागरण के फेसबुक लाइव कार्यक्रम के दौरान दर्शकों को संबोधित करते हुए कही।

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डॉ. गौरव ने कहा कि सरकार ने कुछ रियायतें दी हैं तो लोग बेलगाम हो गए हैं। युवा वर्ग बाहर निकलने के साथ धड़ल्ले से पार्टियों में शिरकत कर रहा है। युवाओं की शारीरिक रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है और उनको कोरोना जल्दी संक्रमित नहीं करता, लेकिन वह अपने घर के बुजुर्गों के लिए आफत लेकर आ रहे हैं। जब वह घर पहुंचते हैं तो अपने बुजुर्ग पिता-माता या बच्चों के संपर्क में आते हैं, जो उनके लिए काफी खतरनाक होता है। फिर लोग कहते हैं कि हमारे पिताजी तो कभी बाहर नहीं गए, फिर उन्हें कैसे कोरोना हो गया। उसका कारण बाहर से घर आने वाले युवा ही हैं। जब तक बहुत जरूरी न हो तो घर से न निकले। पार्टी आदि में भाग न लें।

दैनिक जागरण के फेसबुक लाइव प्रोग्राम में आस्था अस्पताल, पेस्ट कंट्रोल सिस्टम, ग्लोबल इंस्टीट्यूट, एक्सपर्ट इमीग्रेशन एंड एजूकेशन, श्री हिदू तख्त, होटल मोती रॉयल प्लाजा, रत्तन अस्पताल, गुरुनानक इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल टेक्नालॉजी पटियाला, लैमलाइट, अग्रवाला अस्पताल फगवाड़ा, आइवीवाई अस्पताल नवांशहर, श्री दशमेश अकादमी होशियारपुर, शर्मा ट्रैवल, राणा अस्पताल सरहिद, सांघा अस्पताल और भार्गवा एडवांस गाइन एंड कैंसर सेंटर सहयोगी रहे।

मरीजों की संख्या घटी, फिर भी सावधान रहने की जरूरत

डॉ. गौरव ने लोगों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि पिछले दो-चार दिनों में कोरोना मरीजों की संख्या जरूर घटी है, लेकिन हमें सतर्क रहने की जरूरत है। विदेशों पर नजर दौड़ाएं तो सेकेंड वेव कभी भी आ सकता है। एक दिन पहले किसानों के धरने में बड़ी संख्या में लोग बिना मास्क के शामिल हुए, जो खतरनाक है। जब तक दवाई नहीं आती, तब तक मास्क और हैंड वाश ही सुरक्षा का माध्यम है। शारीरिक दूरी इसमें कारगार उपाय है। कोरोना की दवाई को लेकर उन्होंने कहा कि अभी तक दुनिया में इसकी कोई दवाई तैयार नहीं हुई है। इस तरह की महामारी के लिए बनने वाली दवाई कई दौर से गुजरती है और उसके बाद उसे अनुमति मिलती है। अभी तो छह माह ही हुए हैं। विज्ञापन भी लगे हुए हैं और जब तक दवाई नहीं आती, तब तक हमें सुरक्षा के उपाय से ही खुद को सुरक्षित रखना है।


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