श्री गुरु गोबिद सिंह आइटीआइ का तकनीकी शिक्षा मंत्री ने रखा नींव पत्थर
पंजाब सरकार सूबे में 19 सरकारी आइटीआइ की स्थापना कर रही है। इसके लिए बिल्डिग और इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण पर 127.90 करोड़ रुपये और मशीनरी पर 68.43 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं।
जेएनएन, रायकोट : पंजाब सरकार सूबे में 19 सरकारी आइटीआइ की स्थापना कर रही है। इसके लिए बिल्डिग और इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण पर 127.90 करोड़ रुपये और मशीनरी पर 68.43 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। यह जानकारी पंजाब के तकनीकी शिक्षा मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने बुधवार को रायकोट के गांव बस्सियां में श्री गुरु गोबिद सिंह आइटीआइ का नींव पत्थर रखते हुए दी। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि रायकोट की आइटीआइ पर करीब सात करोड़ रुपये खर्च आएंगे। 3.39 करोड़ रुपये नवीनीकरण और इसके चलाने के लिए 3.60 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इस आइटीआइ में पांच ट्रेड से संबंधित कोर्स शुरू करने की योजना है। इसमें कंप्यूटर हार्डवेयर और नेटवर्किंग मेंटिनेंस, इलेक्ट्रोनिक्स मकेनिक, मशीनिष्ट, वेल्डर शामिल हैं। कैबिनेट मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी ने नई आइटीआइ में भारी डवलपमेंट और आपरेट स्कीम सेंटर बनाने का एलान भी किया। मंत्री चन्नी ने कहा कि इससे पहले पंजाब टेक्नीकल यूनिवर्सिटी की तरफ से इस इमारत में तकनीकी कालेज के लिए कैंपस स्थापित करन की योजना थी, परंतु यूनिवर्सिटी की तरफ से अपने हाथ पीछे खींच लेने कारण पंजाब सरकार ने यहां औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था बनाने का फैसला किया है। सांसद डा. अमर सिंह ने कहा कि इलाके के नौजवानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आइटीआइ एक अच्छा वरदान साबित होगी, बच्चे यहां पर तकनीकी शिक्षा हासिल करके औद्योगिक क्षेत्रों में नौकरियां हासिल कर सकेंगे। बच्चों को पहले उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा के लिए काफी दूर जाना पड़ता था, जिस कारण ज्यादातर बच्चे इस शिक्षा से वंचित रह जाते थे। आने वाले छह माह में आइटीआइ बन कर तैयार हो जाएगी और सरकारी डिग्री कालेज की बिल्डिग का काम भी युद्ध स्तर पर चल रहा है। इस मौके विभाग के डायरेक्टर कुमार सौरव राज, विभाग के एडीशनल डायरेक्टर दलजीत कौर सिद्धू, सहायक डायरेक्टर जसवंत सिंह, एसडीएम डा. हिमांशु गुप्ता, डीएसपी रायकोट सुखनाज सिंह, युवा नेता कामिल बोपाराय, कमलजीत सिंह, प्रिसिपल बलजिंदर सिंह, प्रिसिपल मोहन सिंह, जगप्रीत सिंह बुट्टर, चेयरमैन सुखपाल सिंह गोंदवाल, चेयरमैन कृपाल सिंह, कमलप्रीत सिंह बुट्टर, बलजीत सिंह हलवारा समेत कई लोग उपस्थित थे।