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Punjab: केंद्र सरकार के फैसले से इंडस्ट्री काे राहत, कारोबारी बोले- स्टील की कीमतों में आएगी 6 हजार प्रति टन की कमी

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम जनता को बड़ी राहतें दी हैं। पेट्रोल एवं डीजल पर एक्साइज ड्यूटी कम करने का ऐलान करने के साथ ही स्टील एवं इसके कच्चे माल और प्लास्टिक के कच्चे माल आयात पर लगने वाली कस्टम ड्यूटी को कम करने की घोषणा की है।

By Vinay KumarEdited By: Published: Sun, 22 May 2022 10:27 AM (IST)Updated: Sun, 22 May 2022 10:27 AM (IST)
Punjab: केंद्र सरकार के फैसले से इंडस्ट्री काे राहत, कारोबारी बोले- स्टील की कीमतों में आएगी 6 हजार प्रति टन की कमी
केंद्र सरकार के फैसलों से उद्योग जगत ने राहत की सांस ली है।

जागरण संवाददाता, लुधियाना। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार की शाम को एक के बाद एक ट्वीट करके आम जनता को बड़ी राहतें दी हैं। केंद्र ने पेट्रोल एवं डीजल पर एक्साइज ड्यूटी कम करने का ऐलान किया है। साथ ही स्टील एवं इसके कच्चे माल और प्लास्टिक के कच्चे माल आयात पर लगने वाली कस्टम ड्यूटी को भी कम करने की घोषणा की है। इसके अलावा सीमेंट की उपलब्धता बढ़ाने के लिए भी कदम उठाने की बात की है। सरकार के इस फैसले से औद्योगिक कच्चे माल की महंगाई से जूझ रहे उद्योग जगत को राहत मिलेगी। पेट्रोल-डीजल सस्ता होने से आम आदमी की जेब का भार भी कम होगा। उद्योगपतियों ने सरकार के इस कदम की सराहना की है।

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केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा है कि स्टील की कीमतों को कम करने के लिए केंद्र सरकार विदेशों से आयात होने वाले स्टील एवं इसके कच्चे पर लगने वाली कस्टम ड्यूटी को कम करने जा रही है। इसके अलावा स्टील के निर्यात पर नया सेस लगाया जाएगा। इससे स्टील का निर्यात नियंत्रित होगा और घरेलू उद्योगों के लिए स्टील की उपलब्धता बढ़ेगी। साफ है कि इससे स्टील की कीमतों में कमी आएगी।

भारतीय उत्पादों के निर्यात में इजाफा होगा : एससी रल्हन

फेडरेशन आफ इंडियन एक्सपोर्टर्स आर्गनाइजेशन के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एससी रल्हन का कहना है कि सरकार के इस फैसले से विभिन्न स्टील उत्पादों की कीमतों में लगभग छह हजार रुपये प्रति टन से अधिक की कमी आएगी। इससे इंडस्ट्री को बड़ी राहत मिलेगी। इसके अलावा स्टील निर्यात पर अतिरिक्त सेस लगाने से निर्यात पर ब्रेक लगेगी। इससे कंपनियों की मनमानी भी खत्म हो जाएगी। रल्हन ने कहा कि पिछले एक सप्ताह के दौरान भी अलग-अलग स्टील उत्पादों की कीमतों में करीब छह हजार रुपये प्रति टन की कमी आ चुकी है और अब सरकार के इस फैसले से इतनी ही और कमी आएगी। इससे ओवरसीज मार्केट में भी प्रतिस्पर्धा करने में आसानी होगी।

सरकारी फैसलों से इंडस्ट्री में आएगा बूस्ट: उपकार सिंह

चैंबर आफ इंडस्टियल एंड कामर्शियल अंडरटेकिंग्स (सीआइसीयू) के प्रधान उपकार सिंह आहूजा ने भी सरकार के इस कदम की सराहना की है। उनका कहना है कि इससे इंडस्ट्री को बूस्ट मिलेगा। बाजार में मांग मजबूत होगी। आहूजा ने कहा कि सरकार ने सीमेंट की उपल्ब्धता बढ़ाने, प्लास्टिक उत्पादों के कच्चे माल के आयात पर कस्टम ड्यूटी कम करने और स्टील आयात पर कस्टम ड्यूटी घटाने से उद्योग जगत की काफी चिंताएं दूर होंगी। इसके अलावा पेट्रोल डीजल पर एक्साइज ड्यूटी कम करने से इसका आम आदमी के साथ साथ उद्योगों को भी बड़ा लाभ होगा। ट्रांसपोर्टेशन लागत में कमी आएगी। इसके अलावा कच्चे माल सस्ते होंगे। इंडस्ट्री की उत्पादन लागत कम होगी। आटो सेक्टर में भी बिक्री बढ़ेगी।

चुनौतियों से मुकाबला करना आसान : रजनीश आहूजा

अपेक्स चैंबर आफ इंडस्ट्रीज एंड कामर्स के प्रधान रजनीश आहूजा का कहना है कि पिछले लंबे अर्से से उद्योग जगत कच्चे माल और पेट्रोल एवं डीजल की महंगाई से त्रस्त था। महंगाई आसमान छूने लगी। आम आदमी से लेकर उद्योग तक सभी इससे परेशान रहे। लोगों की इसी परेशानी को देखते हुए ही केंद्र सरकार ने बेहतरीन कदम उठाए हैं। पेट्रोल एवं डीजल पर ड्यूटी कम करने से हर वर्ग को राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग उद्योग का कच्चा माल स्टील है। स्टील पर ड्यूटी कम होने से इसकी कीमतों में कमी आएगी। उद्योग जगत को सस्ता कच्चा माल मिलने से प्रतिस्पर्धात्मक बाजार में चुनौतियों से मुकाबला करना आसान है।


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