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कमजोर इंफ्रास्ट्रक्चर, महंगी बिजली समेत कई मुद्दों को उद्योगपतियों व व्यापारियों ने उठाया, मांगी राहत

शिअद प्रधान सुखबीर बादल रविवार को लुधियाना में उद्योगपतियों एवं व्यापारियों से मुलाकात की।

By JagranEdited By: Published: Sun, 28 Nov 2021 09:18 PM (IST)Updated: Sun, 28 Nov 2021 09:18 PM (IST)
कमजोर इंफ्रास्ट्रक्चर, महंगी बिजली समेत कई मुद्दों को उद्योगपतियों व व्यापारियों ने उठाया, मांगी राहत
कमजोर इंफ्रास्ट्रक्चर, महंगी बिजली समेत कई मुद्दों को उद्योगपतियों व व्यापारियों ने उठाया, मांगी राहत

जागरण संवाददाता, लुधियाना

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शिअद प्रधान सुखबीर बादल रविवार को लुधियाना में उद्योगपतियों एवं व्यापारियों के रूबरू थे। पार्टी का चुनावी घोषणापत्र बनाने से पहले सुखबीर ने उद्योग व्यापार जगत का फीडबैक लिया। उनकी समस्याएं समझी और हर तरह के समाधान का भरोसा दिलाया। उद्योगपतियों एवं व्यापारियों ने सूबे में कमजोर इंफ्रास्ट्रक्चर, महंगी औद्योगिक बिजली, अफसरशाही की परेशानी, कारगर औद्योगिक नीतियों की कमी, ईएसआइ अस्पताल की खस्ता स्थिति, छोटी इंडस्ट्री में लेवल प्लेइंग फील्ड की कमी आदि दिक्कतों को उनके समक्ष रखा। सुखबीर ने कहा कि शिअद बसपा की सरकार आने पर हर समस्या का हल किया जाएगा। सुखबीर ने उद्यमियों से कई वादे भी किए। आरएंडडी पर फोकस की जरूरत

फेडरेशन आफ इंडस्ट्रीज एंड कामर्शियल आर्गेनाइजेशन के आर्गेनाइजिग सेक्रेटरी अर्शप्रीत सिंह साहनी ने बैठक में सूबे में कृषि के साथ औद्योगिकरण का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री को विश्वस्तरीय बनाने के लिए रिसर्च एंड डेवलपमेंट (आरएंडडी) को मजबूत करना होगा। सूबे में स्टार्टअप कल्चर विकसित करने की भी जरूरत है। विकास में अफसरशाही रुकावट

नीलम साइकिल्स के एमडी केके सेठ ने प्रदेश में बेलगाम अफसरशाही से उद्यमियों की परेशानी को शिअद प्रधान के समक्ष रखा। कहा कि सूबे के विकास में अफसरशाही रुकावट है। इसपर नकेल डालना जरूरी है। इसके अलावा पुराने उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए भी नीति बनाने की जरूरत है। निर्यातकों को फ्रेट सब्सिडी मिले

आटो पा‌र्ट्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन आफ इंडिया के प्रधान गुरपरगट सिंह काहलों ने औद्योगिक नीतियां बनाते वक्त उद्यमियों की राय लेने की जरूरत पर भी जोर दिया। इसके अलावा निर्यात में फ्रेट सब्सिडी की काहलो ने वकालत की। इससे निर्यातक भी प्रतिस्पर्धात्मक होंगे। इसके अलावा औद्योगिक इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करने की बात की। ईएसआइ सुविधाएं बेहतर बनाना जरूरी

एसोसिएशन आफ लुधियाना मशीन टूल्स इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के महासचिव मनजीत सिंह मठारू ने कहा कि आज कोरोना, डेंगू और अन्य बीमारियों के कारण श्रमिकों की सेहत संभाल बड़ी चुनौती है। शहर में ईएसआइ सुविधाएं सीमित हैं। ईएसआइ अस्पताल में अच्छा इलाज नहीं हो रहा है। इस सेक्टर को भी मजबूत करने की जरूरत है। औद्योगिक इंफ्रास्ट्रक्चर हो मजबूत

फर्नेस एलायंस एसोसिएशन के प्रधान महेश गुप्ता ने सेकेंडरी स्टील इंडस्ट्री के लिए अलग से नीति बनाने की वकालत की। उन्होंने कहा कि औद्योगिक इंफ्रास्ट्रक्चर कमजोर है। इसका असर कारोबार पर भी हो रहा है। इसे मजबूत करने की जरूरत है। महंगी बिजली ने बिगाड़ा गणित

चैंबर आफ मशीनरी मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के प्रधान कुलवंत सिंह एनकेएच ने महंगी बिजली को लेकर चिता जताई। उन्होंने कहा कि पांच रुपये प्रति यूनिट बिजली देने का वादा किया और टू पार्ट टैरिफ लगा कर अब बिजली नौ से दस रुपये प्रति यूनिट या इससे भी अधिक महंगी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि बिजली उद्योगों को सस्ती मिलेगी, तभी वे प्रतिस्पर्धात्मक होंगे। फोकल प्वाइंट्स की सड़कें बनाएं

लघु उद्योग भारती के प्रधान राजीव जैन ने कमजोर औद्योगिक इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर चिता जताई। उन्होंने कहा कि फोकल प्वाइंट्स में सड़कें खस्ता हाल हैं। बाहर से ग्राहक आने से कतराते हैं। इसके अलावा बिजली की दरों को उत्पादन आधारित करने की जरूरत है। समारोह के दौरान खाली दिखी कुर्सियां

इस दौरान सुखबीर ने भरोसा दिलाया कि उद्योग जगत की दिक्कतों का निपटारा पहल के आधार पर किया जाएगा। इस दौरान धूप होने और समारोह लंबा खिचने के चलते कुर्सियां खाली भी देखी गई।


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