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पूर्व IIM स्टूडेंट अंकुर की कोरोना से मौत, Lungs Transplant के लिए चाहिए थे 2.57 करोड़; पत्नी इंटरनेट मीडिया पर कर रही थी मदद की अपील

कोरोना के हल्के लक्षणों के साथ शुरू हुई बीमारी से गंभीर स्थिति में पहुंचने पर एक महीने में ही अंकुर के 30 लाख रुपये खर्च हो गए। 22 मई को पुलिस ने ग्रीन कोरिडोर बनाकर जालंधर से लुधियाना पहुंचाया था। अंकुर गुप्ता मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत थे।

By Vipin KumarEdited By: Published: Mon, 31 May 2021 08:50 AM (IST)Updated: Mon, 31 May 2021 11:36 AM (IST)
पूर्व IIM स्टूडेंट अंकुर की कोरोना से मौत, Lungs Transplant के लिए चाहिए थे 2.57 करोड़; पत्नी इंटरनेट मीडिया पर कर रही थी मदद की अपील
पति को बचाने के लिए पत्नी ने इंटरनेट मीडिया पर की थी भावुक अपील। (सांकेतिक तस्वीर)

लुधियाना, जेएनएन। एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने वाले आइआइएम के पूर्व छात्र अंकुर गुप्ता (32) की हंसती-खेलती जिंदगी को कोरोना ने समाप्त कर दी। यह वही शख्स थे, जिन्हें 22 मई को पुलिस ने ग्रीन कोरिडोर मुहैया करवाकर 40 मिनट में जालंधर से लुधियाना पहुंचाया था। वायरस की वजह से उनके फेफड़े बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए थे और काम नहीं कर रहे थे। ऐसे में उन्हें एक्मो सपोर्ट में रखा गया था और अस्पताल ने उनकी हालत देखते हुए हैदराबाद ले जाने की सलाह दी थी। अब तक परिवार ने सारी जमा पूंजी इलाज पर खर्च कर दी। अभी उन्हें उच्च स्तरीय इलाज के लिए 2.57 करोड़ की जरूरत थी।

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जिंदगी व मौत से जूझ रहे पति को बचाने के लिए पत्नी ने इंटरनेट मीडिया पर रिश्तेदारों, दोस्तों व परिचितों से भावुक अपील कर मदद भी मांगी थी, लेकिन रविवार को अंकुश ने दम तोड़ दिया। अंकुर की 30 वर्षीय पत्नी निभा ने इंटरनेट मीडिया पर भावुक पोस्ट शेयर की। उन्होंने लिखा था, 'हमारा दो साल का बेटा मनन लगातार पूछ रहा है कि उसके पापा कहां गए। वह नहीं जानता कि वे जिंदगी व मौत से लड़ रहे हैं। उनके लंग्स (फेफड़े) फेल हो गए हैं।

28 अप्रैल को रिपोर्ट पाॅजिटिव मिली

पति के पाॅजिटिव आने के बाद एक महीने में हमारी दुनिया पूरी तरह से बदल गई। सालों से हमने जो पूंजी जमा कर रखी थी, वह हम ट्रीटमेंट पर लगा चुके हैं। 26 अप्रैल को पति को माइल्ड फीवर हुआ था। 27 अप्रैल को कफ, फीवर होने पर आरटीपीसीआर टेस्ट करवाया। 28 अप्रैल को रिपोर्ट पाॅजिटिव मिली। सात मई को आक्सीजन सेचुरेशन 90 प्रतिशत आने पर जालंधर के अस्पताल में भर्ती करवाया गया। वहां से 22 मई को लुधियाना के एसपीएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया। यहां भी लगातार हालत बिगड़ती रही व डाक्टरों ने लंग ट्रांसप्लांट करवाने के लिए हैदराबाद ले जाने को कहा।

एयर एंबुलेंस के जरिए लुधियाना से हैदराबाद ले जाने पर 25 लाख खर्च

एयर एंबुलेंस के जरिये लुधियाना से हैदराबाद ले जाने पर करीब 25 लाख रुपये, एक्मो सेटअप के लिए 10 लाख रुपये, ट्रीटमेंट पर करीब 1.20 करोड़ रुपये, लंग ट्रांसप्लांट पर करीब 60 लाख रुपये, ट्रांसप्लांट के बाद इलाज में करीब 38 लाख रुपये का खर्च आना है। कुल मिलाकर करीब 2.57 करोड़ रुपये की जरूरत है। अब तक हम एक महीने में अंकुर के इलाज पर करीब 30 लाख रुपये खर्च कर चुके हैं। अब अंकुर की जिंदगी बचाने के लिए लोगों से अपील कर रही हूं। लोग अगर मदद करें तो उन्हें उनका पति और बेटे को पिता मिल जाएगा।'


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