होटल कारोबारी मौजूदा हालात पर चार को करेंगे मंथन
होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ पंजाब की हंगामी बैठक चार अगस्त को बुलाई गई है।
जासं, लुधियाना : होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ पंजाब की हंगामी बैठक चार अगस्त को बुलाई गई है। इसमें एसोसिएशन के पदाधिकारी कोरोना महामारी के दौरान बनी परिस्थितियों पर मंथन करेंगे और सरकार को सुझाव देंगे।
बैठक को लेकर सूबा प्रधान अमरवीर सिंह का कहना है कि होटल एंड रेस्टोरेंट उद्योग बुरे दौर से गुजर रहा है। सरकार ने सशर्त होटल एवं रेस्टोरेंट को खोलने की इजाजत दी है, लेकिन अभी तक बार, पब, नाइट क्लब इत्यादि बंद हैं। इसके अलावा विवाह में भी तीस लोगों को लाने की इजाजत है। ऐसे में कारोबारियों का खर्च तक पूरा नहीं हो रहा है। दूसरी तरफ सरकार के तय खर्च मसलन बिजली के चार्जेज समेत अन्य टैक्स लगातार पड़ रहे हैं। अमरवीर ने कहा कि सख्त सरकारी शर्तों के कारण अभी तक आधे होटल एवं रेस्टोरेंट तो खुल ही नहीं पाए हैं। जो खुले हैं उनको भी बंद करने का फैसला बैठक में लिया जा सकता है।
अमरवीर का कहना है कि सरकारी फरमान समझ से परे हैं। एक तरफ बस में पचास सवारियां ले जाने की इजाजत है, जबकि होटल के बड़े हाल में विवाह समारोह के दौरान केवल तीस लोग ही लाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि होटल कारोबारी अपना आस्तित्व बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उनके लिए अब होटल एवं रेस्टोरेंट बंद करने के अलावा कोई रास्ता नहीं है। बैठक में तमाम तरह के मुद्दों पर विचार करके फैसला लिया जाएगा। मजबूती के लिए उद्योगों को भी मिलें बराबर की सुविधाएं : टिक्का
वहीं पंजाब मिडियम इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट बोर्ड के चेयरमैन अमरजीत सिंह टिक्का ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख मांग की है कि सूबे के उद्योगों को भी बराबर की सुविधाएं दी जाएं। इससे इंडस्ट्री में जान आएगी और उद्यमियों बाजार की चुनौतियों का मुकाबला आसानी से कर पाएंगे।
टिक्का ने कहा कि सरकार की बेहतर नीतियों के चलते औद्योगिक ग्रोथ बेहतर है। इनवेस्ट पंजाब मुहिम के तहत नए उद्योगों को इंसेंटिव, सब्सिडी दी जा रही हैं। इससे नया निवेश आकर्षित हो रहा है। उद्यमियों के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने चिता जताई कि पहले के उद्योगों को नए जैसी सुविधाएं नहीं मिल रही। टिक्का ने कहा कि यदि मौजूदा उद्योगों को भी बराबर की सहूलियतें मिलें तो वे बेहतर परफार्म कर पाएंगे।