कोरोना के प्रभाव और भविष्य की संभावनाओं पर की चर्चा
जीजीएनआइएमटी के होटल मैनेजमेंट विभाग ने हॉस्पिटेलिटी इंडस्ट्री में ऑनलाइन संगोष्ठी का आयोजन किया।
जागरण संवाददाता, लुधियाना: गुजरांवाला गुरु नानक इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी (जीजीएनआइएमटी) के होटल मैनेजमेंट विभाग ने हॉस्पिटेलिटी इंडस्ट्री में कोविड-19 के प्रभाव और उसके भविष्य की संभावनाओं पर ऑनलाइन संगोष्ठी का आयोजन किया। डायरेक्टर प्रो. मंजीत सिंह छाबड़ा ने संगोष्ठी से जुड़ने वाले सभी लोगों का स्वागत किया। डॉ एसपी सिंह अध्यक्ष गुजरांवाला खालसा एजुकेशनल काउंसिल और पूर्व वाइस चांसलर जीएनडीयू ने कहा कि विश्व यात्रा और पर्यटन परिषद के अनुसार कोविड-19 ने यात्रा और पर्यटन उद्योग में दुनियाभर में पचास मिलियन नौकरियों को नुकसान पहुंचाया है। कोरोना काल के बाद भी होटल उद्योग के लिए निराशाजनक भविष्य होगा, जिसे सामान्य होने में सालों लगेंगे। डॉ. ताहिर सूफी, प्रोफेसर और उप निदेशक एमिटी स्कूल ऑफ हॉस्पिटेलिटी नोएडा ने कहा कि उड़ानें, पर्यटन, घटनाओं और होटल आरक्षणों के बड़े पैमाने पर रद होने के कारण कोविड-19 द्वारा होटल सबसे कठिन उद्योगों में से एक हैं। जेडब्ल्यू मैरियट नई दिल्ली के एफएंडबी प्रबंधक करण दिलशेर धालीवाल ने कहा कि होटल उद्योग केंद्रों के रूप में होटल सुविधाओं को खोलकर और स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों को आवास प्रदान करके धीरज दिखा रहा है। इंडिया टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन और एमडी ड्यू ड्रॉप्स कंसल्टेंसी, नई दिल्ली के पूर्व उपाध्यक्ष मोहन लाल जैन ने कहा कि कोरोना ने हॉस्पिटेलिटी इंडस्ट्री को सबसे अधिक प्रभावित किया है। इस व्यवसाय में बने रहने के लिए स्वास्थ्य और स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए अपनी दैनिक गतिविधियों में परिवर्तन लाने की आवश्यकता होगी। गौरतलब है कि देशभर में आए दिन कोरोना के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रहीं है। इस कारण सभी जगह पद ऑनलाइन कार्यक्रम करवाए जा रहे है।