Weather: लुधियाना में झमाझम बारिश; जलमग्न हुआ शहर, जनजीवन अस्त-व्यस्त Ludhiana News
लुधियाना में सुबह से हो रही बारिश की वजह से सड़कों और गलियों में पानी भर गया है। जगह-जगह पर जाम लगने से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है।
जेएनएन, लुधियाना। साढ़े तीन घंटे की झमाझम बारिश से शहर जलमग्न हो गया। शहर के अधिकतर हिस्सों में पानी भरने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सुबह करीब साढ़े सात बजे शुरू हुई बारिश दोपहर तक लगी रही। बारिश के कारण पूरे शहर में पानी ही पानी नजर आ रहा है। निचले इलाकों में लोगों के घरों में पानी घुस गया है और सड़कें भी पानी से लबालब हैं। पानी में वाहन रुक रहे हैं और कई जगह पर ट्रैफिक जाम की स्थिति है। सुबह के समय बच्चों को स्कूल जाने एवं आम लोगों को दफ्तर, दुकानों एवं अपने कामकाज पर जाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
शहर के निचले इलाकों में लोगों के घरों में पानी घुस गया है और सड़कें पानी से लबालब हैं। पानी में वाहन रुक रहे हैं और कई जगह पर ट्रैफिक जाम लग रहा है। पूरा जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
शहर की अधिकतर गलियां और सड़कें जलमग्न हो गई हैं। कई जगह पर वाहन पानी में डूब गए हैं।
भारी बारिश की वजह से रेलवे स्टेशन पर पानी में डूबा ट्रैक। स्टेशन पर पानी भरने के कारण यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
भारी बारिश की वजह से रेलवे स्टेशन पर पानी में डूबा ट्रैक। स्टेशन पर पानी भरने के कारण यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
शहर की सड़कों पर पानी भरने के कारण वाहन चालकों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी है। सुबह से ही हो रही बारिश के कारण लोग अपने काम और दफ्तरों में देरी से पहुंचे।
बारिश के कारण सड़कें तालाब में तबदील हो गई हैं। सड़कों पर पानी भरने से शहर के कई हिस्सों में बार-बार जाम लग रहा है।
बारिश का पानी दुकानों में घुस गया है, जिसकी वजह दुकानों में रखा सामान खराब हो गया है।
मेयर बलकार सिंह संधू, विधायक सुरिंदर डावर और पार्षद राकेश पराशर ने सड़कों पर उतरकर बारिश से हुए नुकसान और हालात का जायजा लिया।
शहर के चौड़ा बाजार, घंटाघर, अकालगढ़ मार्केट, प्रताप चौक इत्यादि बाजारों की दुकानों में पानी घुस गया। नगर निगम कमिश्नर कमलप्रीत बराड़, मंत्री भारत भूषण आशु की पत्नी ममता आशु ने सड़कों पर उतरकर जलभराव का जायजा लिया। रेलवे स्टेशन पर रेल की पटरी भी पानी में डूब गई, जिससे गाड़ियों के आवागमन पर असर पड़ा है।
इस साल जुलाई में कम बरसा मानूसन
शहर में भले ही हर दूसरे और तीसरे दिन बारिश हो रही हो, लेकिन पिछले साल की तुलना में इस साल जुलाई में मानसून कम बरसा है। पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के वैज्ञानिकों की मानें तो इस साल जुलाई में महज 200.4 मिलीमीटर बारिश हुई, जोकि सामान्य से भी कम है, जबकि पिछले साल मानसून सीजन में जुलाई में 382.5 मिलीमीटर बारिश रिकाॅर्ड की गई थी। वैज्ञानिकों के अनुसार जुलाई में सामान्य तौर पर 216 मिलीमीटर बारिश होती है। पीएयू के वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी तक जुलाई में मानसून की परफाॅर्मेंस बेहतर रही है। हर तीसरे दिन मानसून बरस रहा है। इसी वजह से अभी तक नौ के करीब रेनी डे हो चुके हैं, जबकि आमतौर पर दस रेनी डे होते हैं।
जून में 33 मिलीमीटर हुई बारिश
मौसम वैज्ञानिक डॉ. केके गिल के अनुसार इस साल जून में महज 33 मिलीमीटर बारिश हुई थी। जोकि सामान्य से 50 मिलमीटर कम थी, लेकिन जून में बारिश की कमी को मानसून ने जुलाई में पूरा कर दिया है। जुलाई में अच्छी बारिश हुई, जिससे धान की फसल को फायदा हुआ है। डॉ. गिल के अनुसार अगस्त में भी अच्छी बारिश का पूर्वानुमान है।
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