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Health Tips: मधुमेह से परेशानी हाेगी दूर, योगासन से शुगर लेवल को आसानी से कर सकते हैं कंट्राेल; जानें कैसे

Health Tips पिछले कुछ सालों से अनियमित जीवन-शैली खराब खानपान और फिजिकल एक्टिविटी के कमी के कारण मधुमेह की बीमारी सर्वाधिक लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रही है। मधुमेह की समस्या आमतौर पर कमजोर मेटाबॉलिज्म की वजह से ही होती है।

By Vipin KumarEdited By: Published: Thu, 04 Nov 2021 09:59 AM (IST)Updated: Thu, 04 Nov 2021 09:59 AM (IST)
Health Tips: मधुमेह से परेशानी हाेगी दूर, योगासन से शुगर लेवल को आसानी से कर सकते हैं कंट्राेल; जानें कैसे
अनियमित जीवन-शैली, खराब खानपान से बढ़ रही शुगर। (जागरण)

लुधियाना, [आशा मेहता]। Health Tips: पिछले कुछ सालों से अनियमित जीवन-शैली, खराब खानपान और फिजिकल एक्टिविटी के कमी के कारण  मधुमेह की बीमारी सर्वाधिक लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रही है। मधुमेह की समस्या आमतौर पर कमजोर मेटाबॉलिज्म की वजह से ही होती है।समय के साथ अगर इस पर कंट्रोल ना किया जाए, यह अपने साथ कई और घातक बीमारियों को जन्म देती है। ऐसे में इसको कंट्रोल करने के लिए  दवा के साथ साथ एक सही जीवन शैली और व्यायाम या योग करना बेहद जरूरी हो जाता है। लुधियाना स्थित एवरेस्ट योगा इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर व योग गुरु संजीव त्यागी कहते हैं कि ऐसे बहुत से योगासन हैं, जो मधुमेह में बढ़ रहे शुगर लेवल को आसानी से कम कर सकते है। जैसे पश्चिमोत्तानासन, वक्रासन, मंडूकासन, अर्ध उष्ट्रासन, कपालभांति। इन आसनों को नियमित रूप से करके मधुमेह को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।

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आसनों को करने की विधि 

संजीव त्यागी के अनुसार हमेशा आसनों से पहले सुक्ष्म क्रियाओं का अभ्यास जरूर करना चाहिए ताकि शरीर के ज्वाइंट अच्छे से खुल जाएं। यदि किसी को पेट से संबंधित , हाल ही में कोई ऑपरेशन, सर्जरी , कमर में बहुत अधिक दर्द हो या सर्वाइकल हो तो इस आसन को देख रेख में करें।

पश्चिमोत्तानासन

यह आसन बैठ कर किया जाता है सबसे पहले मैट पर दंडासन में बैठ जाएं, लंबी सांस लेते हुए अपने दोनों हाथों को ऊपर ले जाएं और अपनी कमर को खिंचे ओर सांस छोड़ते हुए आगे की ओर जाते हुए अपने हाथों से पैरों को पकड़ लें और कमर को पंजों को ओर खिंचे ओर सर को पैरों से लगाने का प्रयास करें। ओर आसन में 15 से 20 सेकंड तक बने रहें। यह आसन पेट, पैरों ओर रीढ़ की हड्डी के लिए बहुत अच्छा आसन है। और यदि सर्वाइकल या कमर मे दर्द हो, तो आगे की तरफ आराम से झुके।

मंडूकासन

यह मधुमेह रोगियों के लिए एक तरह से राम बाण आसन है जिसे बैठ कर किया जाता है सबसे पहले मैट पर वज्रासन में बैठ जाएं, कमर , गर्दन को सीधा रखें अब दोनों हाथों से मुठ्ठी बना लें अंगूठा अंदर की ओर रखें और मुठ्ठी को नाभी से थोडा उपर की ओर रखें और हल्का अंदर की ओर दबाते हुए लंबी सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें और सर ज़मीन पर रख दें । आप आसन में बाह्य कुंभक का प्रयोग भी कर सकते हैं और इस काम से काम 10 से 15 बार करें। यह आसन पेट के अंगों को बहुत अच्छा खिंचाव देता है जिस से पेट के अंगों की  मालिश मिलती है जिससे मधुमेह नियंत्रित में रहता है। यदि वज्रासन न बैठ पाए तो आप इस आसन को सुखासन मे भी कर सकते हैं। 

वक्रासन

इस आसन को भी बैठ कर किया जाता है सबसे पहले दंडासन में अपने मैट पर बैठ जाएं अब दाएं पैर को मोड़ते हुए बाएं घुटनें के ऊपर से ले जाते हुए बाएं घुटनें के बगल में रख दें, सांस लेते हुए बाएं हाथ को ऊपर ले जाते हुआ दाएं घुटनें के आगे से अपने दाएं पैर को पकड़ लें, दाएं हाथ को कमर के पीछे रख दें और सांस छोड़ते हुए पीछे की ओर देखें। आसन में 15 से 20 सेकंड तक बने रहें अब इसे दूसरी ओर से भी करें। यह एक ट्विस्टिंग आसन है जो कमर और पेट में बहुत अच्छा खिंचाव देता है यह हमारे मेटाबॉलिसम को बैलेंस रखता है।

अर्ध उष्ट्रासन

यह आसन घुटनों के बल किया जाता है सबसे पहले पेट पर अपने घुटनों के बल खड़े हों , दोनों घुटनों ओर पैरों में नितम्ब जितना फासला लें दोनों हाथों को कमर पर रखें , सांस भरते हुए हाथों से अपने नितम्ब को आगे करें ओर सांस छोड़ते हुए गर्दन को पीछे की ओर मोड़ें, ओर धीरे धीरे श्वास प्रश्वास करते रहें ओर आसन में 20 से 30 सेकंड तक बने रहें ओर इसके बाद बालासन में विश्राम करें। यह आसन पेट व कमर के लिए बहुत अच्छा आसन है जो पेट के अंगों में खिंचाव देता है। यदि सर्वाइकल की समस्या हो तो गर्दन पर ज्यादा जोर न दे। 

कपालभांति

यह षट्कर्मा की एक क्रिया है, जिसे प्राणायाम  से जाना जाता है सबसे पहले सुखासना या पद्मासन में बैठ जाएं दोनों हाथों को घुटनों के ऊपर रख दें, लंबी सांस अंदर भरें और पेट को अंदर बार बार करते हुए नाक से सांस तेजी से छोड़ते रहें व सांस ना लें सिर्फ सांस छोड़ने पर ध्यान दें, इसे 20 से 25 बार करें फिर थोड़ा आराम करके इसका फिर अभ्यास करें। यह क्रिया मधुमेह रोगियों के लिए सबसे उत्तम प्राणायाम है जो पेट को मालिश देती है जिस से हमारी पेंक्रियास एक्टिव होती है। उच्च रक्तचाप और हृदय संबंधित रोगी इस क्रिया को सावधानीपूर्वक करें।


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