चुनावों से पहले कांग्रेस को गुटबाजी मुक्त कर एकजुटता के एकसूत्र में पिरोने को प्रयासरत रावत
पंजाब के प्रभारी हरीश रावत इन दिनों लगातार पंजाब के कांग्रेस नेताओं के साथ संपर्क में हैं। इस दौरान वह पार्टी कार्यकर्ताओं की जमकर हौसला अफजाई कर रहे हैं। रावत ने नेताओं में आपसी गिले शिकवे घर में ही बातचीत से खत्म करने को तरजीह दी।
लुधियाना, जेएनएन। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं पंजाब के प्रभारी हरीश रावत दो दिवसीय पंजाब के दौरे पर हैं। रावत का लक्ष्य वर्ष 2022 के विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी को गुटबाजी से मुक्त कर एकसूत्र में पिरोना है, ताकि अगले विधानसभा चुनावों में भी पार्टी को दोबारा सत्ता का स्वाद चखाया जा सके। इसके लिए वे पार्टी के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रहे हैं, उनको जीत के मंत्र से सराबोर कर रहे हैं और सभी को जमीन से जुड़ कर वोटर के मन में पार्टी की नीतियों को संजोने के टिप्स दे रहे हैं।
अपने दौरे के पहले दिन खन्ना, पायल का दौरा कर शुरूआत की और इसके बाद लुधियाना पहुंचे। लुधियाना में पहले महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं की ओर से महिला उत्पीढ़न के विरोध में धरना प्रदर्शन में शिरक्त की और महिलाओं पर बढ़ रहे अत्याचारों पर चिंता जताई।
इसके बाद रावत कार्यकर्ताओं की बैठक में पहुंचे और उनको समझाया कि कार्यकर्ताओं को हर परिस्थिति में अपने जोश को बरकरार रखना है। जोश को एकता के सूत्र में पिरो कर जनसेवा को प्राथमिकता देना है। रावत ने मंत्र दिया कि कार्यकर्ताओं के जोश पर ही फतेह निर्भर करती है। वे बोले की पार्टी को एकजुट करने, नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए वे हर जिले में जाएंगे। कार्यकर्ताओं से सीधे संवाद करेंगे और उनके गिले शिकवे दूर करेंगे, ताकि अगले विधानसभा चुनाव में सभी से पूरा पूरा योगदान मिले। रावत ने साफ किया कि नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को अभी से विधानसभा चुनाव जीतने के लिए जमीन पर कारगर रणनीति के साथ ही काम करना होगा। तभी इस लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। पार्टी नेताओं में आपसी गिले शिकवे घर में ही बातचीत से खत्म करने को रावत ने तरजीह दी।