गुरुदेव ने सभी को समान समझा और सद्भावना का संदेश दिया : विशाल
गुरुदेव क्रांति मुनि म. की छठी पुण्यतिथि सोमवार को दाना मंडी नजदीक जैन स्थानक में सादगी पूर्वक मनाई गई।
संस, लुधियाना : जैन धर्म दिवाकर आचार्य सम्राट पूज्य श्री आत्माराम महाराज के सुशिष्य ग्रामोद्वारक व्याख्यान वाचस्पति गुरुदेव क्रांति मुनि म. की छठी पुण्यतिथि सोमवार को दाना मंडी नजदीक जैन स्थानक में सादगी पूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर जैन स्थानक में विराजमान हर्ष मुनि महराज विशेष रूप से शामिल हुए। सर्वप्रथम आए सदस्यों ने नवकार मंत्र का उच्चारण किया। हर्ष मुनि महाराज ने गुरुदेव की वंदना करते हुए कहा कि जो श्रावक गुरु के चरण पकड़ ले, वह कभी असफल नहीं होता है, यह ऐसे संत थे, जिनका नाम लेने से ही कई दुख, कष्ट-क्लेश अपने आप दूर हो जाते थे। उन्होंने कहा कि संतों के शरण से पिछले किए पाप भी इस जन्म में नष्ट हो जाते हैं। इसलिए अपने गुरुओं के प्रति श्रद्धा व सम्मान करे। इस मौके पर विशाल जैन ने कहा कि गुरुदेव क्रांति मुनि म. ने भगवान महावीर का संदेश, अहिसा, तप व त्याग का स्मरण कराते हुए सभी को समान समझा और दूसरों के प्रति धर्म, प्रेम व सद्भावना का संदेश दिया। इस अवसर पर श्री शलिग्रराम जैन पब्लिक सीसे स्कूल प्रबंधकीय कमेटी से संयुक्त सचिव विशाल जैन, दिनकर जैन, प्रवेश शर्मा, प्रधानाचार्य सुनीता शर्मा, डायरेक्टर डी. नारंग आदि शामिल थे।