खराब फसल का मिले मुआवजा नहीं तो होगा चक्का जाम
अगर दो दिल में खराब फसल का मुआवजा और किसान आंदोलन में मारे गए किसान परिवारों को सरकारी नौकरी का प्रबंध नहीं किया गया तो किसान 31 जनवरी को मुख्य मार्ग पर चक्का जमा करेंगे। यह चेतावनी भारतीय किसान यूनियन एकता डकौंदा ने जिला प्रशासन को दी है।
जागरण संवाददाता, जगराओं : अगर दो दिल में खराब फसल का मुआवजा और किसान आंदोलन में मारे गए किसान परिवारों को सरकारी नौकरी का प्रबंध नहीं किया गया तो किसान 31 जनवरी को मुख्य मार्ग पर चक्का जमा करेंगे। यह चेतावनी भारतीय किसान यूनियन एकता डकौंदा ने जिला प्रशासन को दी है।
यूनियन के जिला सचिव इंद्रजीत सिंह धालीवाल,ब्लाक जगराओं के प्रधान जगतार सिंह ,ब्लाक सिधवां बेट के प्रधान देविदर सिंह मल्सीहां ने कहा कि बीते दिनों भारी बारिश व ओलावृष्टि से गेहूं व आलुओं सहित सब्जियों को भारी नुक्सान हुआ है। मगर मुआवजा देने को लेकर जिला प्रशासन ने चुप्पी साध रखी है। उन्होंने कहा कि इस बाबत किसान चार बार एसडीएम जगराओं से मिल चुके हैं लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि लुधियाना जिले के चक्र व डांगी इत्यादि गांवों में आलु व सब्जी उत्पादकों को लाखों रुपये का नुक्सान हुआ है। इससे किसान कर्जे की किश्त भी नहीं चुका पा रहे हैं। दूसरी तरफ सरकार बनाने की मौकापरस्त सियासी पार्टियों के लिए यह कोई मुद्दा ही नहीं है। यूनियन ने मांगे न मानने की स्थिति में ब्लाकों की समूह इकाइयां व पीड़ित किसानों को ट्रालियां भर कर 31 जनवरी की सुबह ग्यारह बजे जगराओं सब स्टैंड में इक्ठ्ठा होने अपील की। उन्होंने कहा कि 31 जनवरी को रायकोट,सुधार, मुल्लांपुर में तहसील दफतरों पर पुतले फूंके जाऐंगे।
स्कूल न खुले तो फिर होगा चक्का जाम
यूनियन ने यह भी चेतावनी दी कि कोरोना की आड़ में बंद सरकारी स्कूल पहली फरवरी से न खोले तो सूबा कमेटी 4 फरवरी को समूह अभिभावकों को साथ लेकर दो घंटे के लिए फिर चक्का जाम किया जाएगा।