सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में दो दिन की हड़ताल आज से
देश के 10 लाख से अधिक बैंक मुलाजिम बुधवार से 48 घंटे हड़ताल पर है।
जागरण संवाददाता, लुधियाना
देश के 10 लाख से अधिक बैंक मुलाजिम बुधवार से 48 घंटे की हड़ताल पर रहेंगे। इस दौरान सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में कामकाज ठप रहेगा। हड़ताल के चलते लोगों को बैंकिंग कामों में दिक्कत आना तय है। जिला लुधियाना में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के करीब 10 हजार मुलाजिम दो दिन तक कामकाज ठप रखेंगे। नतीजतन जिले की करीब 650 शाखाओं में सन्नाटा पसरा रहेगा। हड़ताल के चलते एक दिन में करीब सात हजार करोड़ की ट्रांजेक्शंस प्रभावित हो सकती हैं।
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के कनवीनर नरेश गौड़ का कहना है कि 30 मई को सुबह छह बजे से मुलाजिम हड़ताल पर चले जाएंगे और 1 जून सुबह छह बजे तक हड़ताल जारी रहेगी। बैंक मुलाजिम बुधवार को भारत नगर चौक में धरना देंगे और सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करेंगे। वेतनमान में ढाई फीसद बढ़ोतरी नहीं मंजूर
गौड़ ने कहा कि बैंक मुलाजिमों के वेतनमान में नवंबर 2017 से संशोधन होना है। आइबीए ने सिर्फ ढाई फीसद बढ़ोतरी का ऑफर दिया है, यह मुलाजिमों को कतई मंजूर नहीं है। तभी देश के 10 लाख बैंक मुलाजिम हड़ताल करने को मजबूर हैं।
लीड बैंक मैनेजर एचपी सिंह ने कहा कि हड़ताल को देखते हुए जिले के सभी 900 एटीएम में कैश फुल करने के निर्देश बैंकों को दिए गए हैं, ताकि लोगों को किसी भी तरह की दिक्कत न हो। साथ ही लोग इंटरनेट बैंकिंग के जरिए भी अपना कामकाज निपटा सकते हैं। कारोबार होगा प्रभावित
उधर, लुधियाना निटर्स एसोसिएशन के प्रधान अजीत लाकड़ा ने कहा कि दो दिन की हड़ताल से उद्योग व्यापार जगत प्रभावित होगा। पेमेंट सर्किल दो दिन के लिए रुक जाएगा। निर्यात दस्तावेज क्लीयर नहीं होंगे। सरकार मुलाजिमों से करे बात
चैंबर ऑफ इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल अंडरटेकिंग्स के प्रधान उपकार सिंह आहूजा ने कहा कि हड़ताल का कारोबार पर बुरा असर होगा। सरकार को चाहिए की मुलाजिमों के साथ बातचीत करके उनकी समस्याओं का समाधान करे।