गुलजार इंस्टीट्यूट्स में बताए प्राकृतिक आपदा में बचने के तरीके
गुलजार ग्रुप आफ इंस्टीट्यूट्स खन्ना ने कुदरती आपदा के दौरान अपनी और दूसरों की मदद के लिए वर्कशाप लगाई।
जागरण संवाददाता, खन्ना : गुलजार ग्रुप आफ इंस्टीट्यूट्स, खन्ना ने कुदरती आपदा के दौरान अपनी और दूसरों की मदद के लिए वर्कशाप लगाई। इसमें विशेषज्ञ गुरबीर सिंह ने जरूरी टिप्स दिए। इसके साथ विद्यार्थियों को फर्स्ट एड या प्राथमिक चिकित्सा की विधियां भी समझाई। गुरबीर सिंह ने विद्यार्थी और स्टाफ को आग लगने की किसी भी घटना के दौरान बिना किसी तनाव के सही तरीके से प्रतिक्रिया करने के लिए प्रेरणा देते हुए रुकने, ड्रिल और रोल तकनीक के बारे में बताया।
इस दौरान हाथों और घुटनों को ड्रोप करते हुए नजदीकी निकास की तरफ जाना चाहिए। इसके साथ ही नीचे झुककर चलना चाहिए। धुआं जब छत की तरफ उठता है, जिसके साथ सांस घुटना शुरू हो जाता है। अधिक से अधिक नाक द्वारा सांस लो। जबकि सांस भी रोक कर लेना चाहिए। इससे कम से कम धुआं फेफड़ों तक पहुंचेगा। इसके साथ यदि हो सके तो तौलिया, रुमाल या ओर किसी साफ कपड़े को फिल्टर की तरह सांस लेने के लिए प्रयोग करो।
गुरबीर सिंह ने कहा कि यदि आग में घिर जाओ तो कंबल या भारी कपड़े की लपेट मार लो, यदि हो सके तो उस कपड़े को गिला कर लो। अक्सर आग लगने पर मची भगदड़ से अधिक नुकसान होता है। इस मौके पर दहशत भरा माहौल पैदा करने के बजाय आग लगी जगह से सुरक्षित बाहर निकलने के रास्ते ढूंढने चाहिएं। इस दौरान किसी भी हालत में लिफ्ट का प्रयोग नहीं करनी चाहिए। इसके साथ ही आग बुझाने के लिए सिलेंडरों का प्रयोग की प्रैक्टिकल जानकारी दी। गुलजार एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर गुरकीरत सिंह ने विद्यार्थियों और स्टाफ को इस सेमिनार के दौरान मिली जानकारी को आगे और लोगों तक पहुंचाने की प्रेरणा दी।