हर अच्छी-बुरी चीज को पचा जाते हैं गणेश जी : देसराज शास्त्री
प्राचीन श्री गुग्गा माड़ी शिव मंदिर में देशराज शास्त्री जी ने गणेश पुराण की कथा का व्याख्यान करते हुए बताया की गणेश जी का पेट बहुत बड़ा है। इसी कारण उन्हें लंबोदर भी कहा जाता है। लंबोदर होने का कारण यह है कि वे हर अच्छी और बुरी बात को पचा जाते हैं और किसी भी बात का निर्णय सूझबूझ के साथ लेते हैं। वे संपूर्ण वेदों के ज्ञाता है।
जागरण संवाददाता, खन्ना : प्राचीन श्री गुग्गा माड़ी शिव मंदिर में देशराज शास्त्री जी ने गणेश पुराण की कथा का व्याख्यान करते हुए बताया की गणेश जी का पेट बहुत बड़ा है। इसी कारण उन्हें लंबोदर भी कहा जाता है। लंबोदर होने का कारण यह है कि वे हर अच्छी और बुरी बात को पचा जाते हैं और किसी भी बात का निर्णय सूझबूझ के साथ लेते हैं। वे संपूर्ण वेदों के ज्ञाता है। संगीत और नृत्य आदि विभिन्न कलाओं के भी जानकार हैं। ऐसा माना जाता है कि उनका पेट विभिन्न विद्याओं का कोष है। शास्त्री जी ने बताया कि श्री गणेश लंबे कान वाले हैं। इसलिए उन्हें गजकर्ण भी कहा जाता है। लंबे कान वाले भाग्यशाली होते हैं। लंबे कानों का एक रहस्य यह भी है कि वह सबकी सुनते हैं और अपनी बुद्धि और विवेक से ही किसी कार्य का क्रियान्वयन करते हैं। बड़े कान हमेशा चौकन्ना रहने के भी संकेत देते हैं।
इस मौके पर प्रधान प्रेमचंद बक्शी अनमोल शाही समाज सेविका पूजा गोयल नरेश हांडा, राजन जिदल ,अशोक विनायक, नवदीप सैनी, दुष्यंत शर्मा ,अमित लोमस मोहित जिदल ,डॉ रूही हांडा ,नवीन हांडा सोनू भनोट, रमन वशिष्ठ, प्रदीप सिगंला, सचिन गोयल तुलसीराम वर्मा आशु बंसल, कपिल बेकटर,रजनीश लखावा भी मौजूद रहे।