कारें खरीदने के लिए 70 लाख का लोन लिया, बैंक में जमा करवा दी बाइक और स्कूटर की आरसी
कार लोन के नाम पर महिला समेत 17 लोगोंं ने मिल कर बैंक के साथ 70 लाख रुपये का फर्जीवाड़ा कर डाला। थाना शिमला पुरी पुलिस ने केस दर्ज करके उनकी तलाश शुरू की है।
जागरण संवाददाता, लुधियाना ः कार लोन के नाम पर महिला समेत 17 लोगोंं ने मिल कर बैंक के साथ 70 लाख रुपये का फर्जीवाड़ा कर डाला। अब थाना शिमला पुरी पुलिस ने उनके खिलाफ केस दर्ज करके उनकी तलाश शुरू की है। मामले की जांच कर रहे एएसआई रणजीत सिंह ने बताया कि आरोपियों की पहचान अंबेडकर नगर निवासी तरसेम सिंह, राम प्रसाद जैन, विकास कुमार, बलवीर सिंह, शंकर कुमार, गुरदेव सिंह, मनोज कुमार, मनजीत सिंह, परमिंदर सिंह, अमरजीत कौर, जसवंत सिंह, जसपाल सिंह, संतोख कुमार, कुलविंदर सिंह, मुख्तयार सिंह, राजकुमार तथा राजिंदर कुमार के रूप में हुई।
पुलिस ने न्यू जनता नगर स्थित पंजाब एंड सिंध बैंक के मैनेजर राजिंदर सिंह के बयान पर उनके खिलाफ केस दर्ज किया। 20 मार्च 2017 में कमिश्नर पुलिस को दी शिकायत में उसने बताया कि उक्त आरोपियों ने 15 कारें खरीदने के लिए उनके बैंक से 70 लाख रुपये का लोन हासिल कर लिया। आरोपियों में वो लोग भी शामिल हैं, जिन्होंने ने उन्हें बैंक में अकाउंट खुलवाने में गारेंटर बने।
गिरोह की हकीकत तब सामने आई, जब जनवरी 2017 के बाद उनकी रिकवरी रुकने लगी। जब आरोपियों द्वारा बैंक के पास जमा कराई गई आरसी व अन्य दस्तावेजों की जांच वाहन एप पर चेक की गई तो पता चला कि जमा कराई गई उक्त फर्जी आरसी स्कूटरों और मोटरसाइकिलों के नाम पर बोल रही हैं।
जांच में पता चला कि बैंक के साथ फ्रॉड करने के लिए आरोपियों ने पहले लोन अप्लाई कर दिए। लोन अप्रूव होने पर उन्होंने बैंक के पास फर्जी आरसी, इंश्योरेंस और बिल जमा करा दिए। बैंक की और से कार कंपनी के नाम से जारी किए गए भुगतान के चेकों को उन लोगों ने किसी अन्य बैंक में जाकर फर्जी अकाउंट के जरिए कैश करा लिया। रणजीत सिंह ने बताया कि आरोपियों की तलाश में रेड की जा रही है। जल्दी ही उन्हें काबू कर लिया जाएगा।