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लोन दिलाने के लिए दस्तावेज लेकर बनवा ली साढ़े नौ लाख की लिमिट

गांव में किरयाना की दुकान में सामान डालने के लिए बैंक से पचास हजार का लोन लेने की कार्यवाही पूरी करनी एक युवक को काफी महंगी पड़ गई।

By JagranEdited By: Published: Fri, 08 Jan 2021 10:29 PM (IST)Updated: Fri, 08 Jan 2021 10:29 PM (IST)
लोन दिलाने के लिए दस्तावेज लेकर बनवा ली साढ़े नौ लाख की लिमिट
लोन दिलाने के लिए दस्तावेज लेकर बनवा ली साढ़े नौ लाख की लिमिट

संवाद सहयोगी, जगराओं : गांव में किरयाना की दुकान में सामान डालने के लिए बैंक से पचास हजार का लोन लेने की कार्यवाही पूरी करनी एक युवक को काफी महंगी पड़ गई। खुद को बैंक की अधिकारी बताने वाली एक महिला को अपने दस्तावेज देने के बाद उसे लोन तो नहीं मिला, लेकिन उसके दस्तावेजों पर महिला ने 9.50 लाख की लिमिट जरूर बनवा ली। उसे वह उपयोग करती रही। इस बात का पता तब चला जब बैंक अधिकारी पूछताछ करने उसे घर आ गए और कहा कि तुम्हारे अकाउंट से लाखों की लिमिट चल रही है।

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ठगी का शिकार हुए गुरदीप सिंह निवासी गांव गुरुसर काउंके ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि गांव में ही उसकी किरयाना की दुकान है। दो वर्ष पहले उसे कुमारी रानी अपने पति रविद्र सिंह के साथ गुरुद्वारा नानकसर में मिली थी। उसने खुद को कापरेटिव बैंक की मैनेजर बताया तो मैंने उससे दुकान के लिए पचास हजार का लोन दिलाने को कह दिया। उस पर कुमारी रानी ने उससे आधार कार्ड, पैन कार्ड तथा कुछ अन्य दस्तावेज दस्तखत करवाकर ले लिए थे और बोला था कि कुछ दिनों में तुम्हारा लोन हो जाएगा। डेढ़ माह बाद वे बैंक में पता करने के लिए गए तो वहां के मैनेजर ने साफ कह दिया कि मकान की रजिस्ट्री या जमीन के दस्तावेज लेकर आए, तभी लोन मिलेगा। इसके बाद वह चुप करके बैठ गया। कुछ दिन बाद जब वे कुमारी रानी से फिर मिले तो उन्होंने अपने दस्तावेज आपस मांगे। तब महिला ने कहा कि अब तो बैंक वाले दस्तावेज रद्दी में फेंक देंगे, क्योंकि तुम्हारा लोन नहीं हुआ। बीते सितंबर में बैंक अधिकारी उनके घर आए और पूछताछ करने लगे। उन्होंने कहा कि तुम्हारे खाते में लाखों की लिमिट चल रही है। उन्होंने साफ कहा कि उन्होंने तो कोई लिमिट ही नहीं ली। उस पर मैनेजर ने बताया कि उसके नाम से 9.50 लाख की लिमिट चल रही है और उसमें कई बार पैसे जमा करवाए और निकलवाए घए। इसके अलावा एटीएम कार्ड भी बना हुआ है।

डीएसपी की जांच के बाद हुआ पर्दाफाश

मैनेजर के जाने के उन्होंने एसएसपी को शिकायत दर्ज करवाई, जिसकी जांच डीएसपी स्पेशल क्राइम द्वारा की गई। जांच में पाया गया कि कुमारी रानी ने गुरदीप सिंह से लिए हुए दस्तावेजों पर बैंक से लाखों की लिमिट बनवा ली और उसका उपयोग करती रही। इस कार्रवाई में उसका साथ भगवान सिंह ने भी दिया। जांच के बाद कुमारी रानी निवासी एसबीएस नगर लुधियाना और भगवान सिंह निवासी गांव हांस कला के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में थाना सदर जगराओं में मुकदमा दर्ज किया गया।


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