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फोर्टिस के हार्ट फेलियर ट्रीटमेंट को मिली अंतरराष्ट्रीय मान्यता

फोर्टिस अस्पताल लुधियाना के सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. पीएस संधू के एडवासमेंट हार्ट फेलियर ट्रीटमेंट को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिल गई है। उन्हें सीआरटी पर इंटरनेशनल स्पेशल स्टडी के लिए निमंत्रण दिया गया है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 14 Nov 2018 07:30 AM (IST)Updated: Wed, 14 Nov 2018 07:30 AM (IST)
फोर्टिस के हार्ट फेलियर ट्रीटमेंट को मिली अंतरराष्ट्रीय मान्यता
फोर्टिस के हार्ट फेलियर ट्रीटमेंट को मिली अंतरराष्ट्रीय मान्यता

जासं, लुधियाना (वि): फोर्टिस अस्पताल लुधियाना के सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. पीएस संधू के एडवासमेंट हार्ट फेलियर ट्रीटमेंट को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिल गई है। उन्हें सीआरटी पर इंटरनेशनल स्पेशल स्टडी के लिए निमंत्रण दिया गया है।

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मंगलवार को प्रेस काफ्रेंस के दौरान डॉ. संधू ने बताया कि हार्ट फेलियर एक पुरानी बीमारी है, जिसे सारी उम्र मैनेज करने की जरूरत पड़ती है। अगर समय रहते इसके सिम्टम्स दिख जाएं या इसके बारे में पता चल जाए तो हार्ट फेलियर की वजह से अचानक होने वाली मौत की संभावना को कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पाच वर्षो में वे 200 से ज्यादा कार्डियक रेसाइक्रोजेशन थैरेपी (सीआरटी) डेफिब्रीलिएटर (सीआरटीडी) इंप्लाट करने के साथ ही आधुनिक इलाज की तकनीक के साथ हजारों ऐसे मरीजों के दिलों को मैनेज कर चुके हैं, जिनमें हार्ट फेलियर की संभावना बनने लगी थी।

डॉ. संधू बताते हैं कि शरीर के भीतर उत्पन्न होने वाले कारणों के जरिए भी हार्ट फेलियर की संभावना को पहले ही रोका जा सकता है। मिसाल के तौर पर वॉल्व को रिपेयर करके या हार्ट की रिदम को कंट्रोल करके हार्ट फेलियर को रोका जा सकता है। इसके लिए सही इलाज और बैलेंस के साथ दी जाने वाली दवाइयों की जरूरत होती है। कुछ मामलों में इंप्लाटेबल कार्डियक डेफिब्रीलिएटर (आइसीडी), कार्डियक रेसाइक्रोजेशन थैरेपी डेफिब्रीलिएटर (सीआरटीडी), लेफ्ट वेंट्रीकुलर असिस्ट डिवाइस (एलवीएडी) की मदद से भी हार्ट बीट को कंट्रोल किया जा सकता है। फोर्टिस अस्पताल में एडवास्ड हार्ट केयर सेंटर स्थापित

अस्पताल के फैकल्टी डायरेक्टर विवान सिंह गिल ने कहा कि फोर्टिस अस्पताल में हार्ट पेशेंट्स के लिए एडवास्ड हार्ट केयर सेंटर स्थापित किया है। इसमें हर तरह का आधुनिक इलाज उपलब्ध है। मेडिकल सुप¨रटेंडेंट डॉ. शैली ने बताया कि अस्पताल की ओर से लोगों को जागरूक करने के लिए गाव वालों और सीनियर सिटीजंस फोरम की मदद से जागरुकता अभियान चलाया जाएगा।


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