Ayushman Bharat Scheme में फर्जीवाड़ा; संचालक पर शिकंजा, Mastermind समेत कई बख्शे
Ayushman Bharat Scheme फर्जीवाड़े में थाना सरहिंद में कॉमन सर्विस सेंटर के संचालक योगेश कुमार निवासी हमांयुपुर के खिलाफ केस दर्ज की कार्रवाई भी सवालों में घिरती जा रही है।
फतेहगढ़ साहिब [धरमिंदर सिंह]। Ayushman Bharat Scheme: आयुष्मान भारत (सरबत सेहत बीमा योजना) कार्ड फर्जीवाड़े में थाना सरहिंद में कॉमन सर्विस सेंटर के संचालक योगेश कुमार निवासी हमांयुपुर के खिलाफ केस दर्ज की कार्रवाई भी सवालों में घिरती जा रही है। डिप्टी मेडिकल कमिश्नर डॉ. जगदीश सिंह की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने योगेश पर तो शिकंजा कस दिया, लेकिन फर्जीवाड़े के मास्टरमाइंड समेत अन्य लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। जिन लोगों ने कॉमन सर्विस सेंटर की आइडी का गलत इस्तेमाल किया उन पर पुलिस व प्रशासन अभी तक मेहरबान है।
योगेश कुमार ने एक सब एजेंट बनाया था। उसने ही फर्जीवाड़ा किया था। 31 दिसंबर, 2019 को योगेश ने प्रशासन को सौंपे हलफनामे में भी यह बात बताई थी। एजेंट ने जब आइडी का दुरुपयोग किया, तो उससे इसे वापस ले लिया गया था। इसके बाद उसे सियासी पहुंच की धौंस दिखाकर धमकियां दी जाने लगीं। डिप्टी मेडिकल कमिश्नर ने 13 फर्जी कार्डों की जांच तो पूरी कर ली, परंतु हलफनामे की जांच नहीं की गई। बताया जा रहा है इसके पीछे सियासी दबाव काम कर रहा है।
भाजपा सरहिंद मंडल अध्यक्ष मनोज गुप्ता ने आरोप लगाया है कि फर्जीवाड़े का पता चलने पर उन्होंने हेल्पलाइन नंबर 104 पर शिकायत की थी। जांच के दौरान सब एजेंट ने डिप्टी मेडिकल कमिश्नर को लिखित में बयान दिए थे कि उससे गलत कार्ड बने हैं। वह (एजेंट) कार्डों के बदले लिए रुपये वापस करने को भी तैयार है। बाद में जांच रिपोर्ट में अकेले योगेश कुमार को कसूरवार ठहराया गया। उन्होंने कहा है कि फर्जीवाड़े में शामिल अन्य लोगों पर भी कार्रवाई की जाए।
कांग्रेस कार्यकर्ता बनकर काम कर रहा प्रशासन : प्रदीप गर्ग
भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप गर्ग का कहना है कि प्रशासन कांग्रेस कार्यकर्ता बनकर काम कर रहा है। मामले को लेकर राज्यपाल बीपी बदनौर और डीजीपी दिनकर गुप्ता से मिलेंगे। दोबारा प्रधानमंत्री कार्यालय में शिकायत भेजकर केंद्रीय स्तर पर जांच की मांग की जाएगी।
बदनाम करने की साजिश : सुभाष सूद
कांग्रेस जिला प्रधान सुभाष सूद का कहना है कि पार्टी को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है। प्रशासन की जांच में कोई दखलअंदाजी नहीं हुई। जो कसूरवार था, उसके खिलाफ केस दर्ज हुआ है।
निष्पक्ष जांच की : डीएमसी
डिप्टी मेडिकल कमिश्नर डॉ. जगदीश सिंह का कहना है कि निष्पक्ष जांच की गई है। स्टेट हेल्थ एजेंसी ने इसे दोबारा जांचा है। उसके बाद कॉमन सर्विस सेंटर संचालक खिलाफ केस दर्ज कराया गया।
हर पहलू से जांच कर रहे : एसएचओ
सरहिंद थाना के एसएचओ रजनीश सूद का कहना है कि पुलिस योगेश कुमार की तलाश कर रही है। हर पहलू की जांच की जा रही है। फर्जीवाड़े में जो भी शामिल होगा बख्शा नहीं जाएगा।
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