पीएम मोदी फिरोजपुर को देंगे पीजीआइ सैटेलाइट सेंटर का तोहफा, 4 जिलों की 40 लाख आबादी के लिए बनेगा वरदान
PM Modi Ferozpur Rally 2022 फिरोजपुर सैटेलाइट सेंटर चार जिलों फिरोजपुर फाजिल्का फरीदकोट और मुक्तसर की लगभग 40 लाख की आबादी के लिए वरदान बनेगा। 490 करोड़ की लागत बनने वाले इस सेंटर को पूरा करने के लिए 39 महीने की समयसीमा निर्धारित की गई है।
संजय वर्मा, तरुण जैन, फिरोजपुर। पीजीआई सेटेलाइट सेंटर फिरोजपुर और उसके साथ लगते तीन जिलों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बड़ा तोहफा सिद्ध होगा। सैटेलाइट सेंटर फिरोजपुर, फाजिल्का, फरीदकोट और मुक्तसर चार जिलों की करीबन 40 लाख की आबादी के लिए वरदान बनेगा। 490 करोड़ की लागत बनने वाले इस सेंटर को पूरा करने के लिए 39 महीने की समयसीमा निर्धारित की गई है। इसी के साथ 400 बेड वाला भी अस्पताल बनेगा, जिसमें गंभीर रोगों के 10 डिपार्टमेंट बनाए जाएंगे। सैटेलाइट सेंटर के माध्यम से डाक्टर मरीजों की बीमारी और उनकी रिपोर्ट्स को लेकर चंडीगढ़ बैठे विशेषज्ञों से सीधी सलाह ले सकेंगे। गंभीर बिमारी से जूझ रहे मरीजों का बिना देरी से इलाज किया जा सकेंगा।
इससे पहले फिरोजपुर सहित फाजिल्का, मुक्तसर, फरीदकोट के लोगो को उपचार करवाने के लिए लुधियाना-अमृतसर या चंडीगढ़ जैसे बड़े शहरो में जाना पड़ता था। यह मालवा का दूसरा पीजीआई होगा, जिसका लोगों को भरपूर फायदा होगा। इससे पहले संगरूर में भी पीजीआई बना है।
भाजपा और कांग्रेस में चला क्रेडिट वार
यूपीए सरकार ने वर्ष 2013 में पंजाब के फिरोजपुर व संगरूर में पीजीआइ के सैटेलाइट सेंटर बनाने की घोषणा की थी। इसके बाद फिरोजपुर में भूमि को लेकर पंजाब व केंद्र सरकार में विवाद चलता रहा। तत्कालीन भाजपा के प्रधान कमल शर्मा और कांग्रेसी विधायक परमिंदर सिंह पिंकी में क्रेडिट वार चलता रहा। वर्ष 2014 में केंद्र में एनडीए आने के बाद केंद्र ने ही इसके लिए ग्रांट जारी की थी। भाजपाई इसे आईटीआइ की जगह पर बनवाना चाहते थे ताकि शहर में व्यापार के साधन प्रफुल्लित हो सके और लोगो को भी यहां आने में आसानी हो। लेकिन कांग्रेसियों न इसके यहां न बनने का विरोध किया।
उस समय पंजाब की अकाली-भाजपा सरकार ने आईटीआई सहित अन्य भूमि को पीजीआइ के नाम ट्रांसफर भी कर दिया था, लेकिन कांग्रेसियो के विरोध तथा 2017 मेंं पंजाब में कांग्रेस आने के बाद इसे मोगा रोड पर बागबानी की जगह पर बनाना तय किया गया। मोदी सरकार ने इसके निर्माण के लिए 490 करोड़ रुपये जारी करने के अलावा यहां 200 बेड से बढ़ाकर 400 बेड का अस्पताल बनाना मंजूर किया। अक्टूबर 2020 में इसकी चार दीवारी का टेंडर होने के बाद इसका काम शुरू किया गया था।
शिलान्यास में ये होंगे शामिल
पीजीआइ के शिलान्यास में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांदाविया, राज्यपाल बनवारी लाल राजपुरोहित, मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी सहित अन्य मंत्रीगण हिस्सा लेंगे।
अपने शासनकाल में करेंगे इसका निर्माणः शेखावत
भाजपा के पंजाब चुनाव प्रभारी गजेंद्र शेखावत ने कहा कि भाजपा जिस भी प्रोजेक्ट का शिलान्यास करती है, उस कार्य को पूरा भी अपने शासनकाल में करती है। केंद्र सरकार डेडलाइन के अंदर ही इसका निर्माण कार्य पूरा कर सीमावर्ती जिले के लोगो को बेहतरीन सुविधाए प्रदान करेगी।
सरकारी अस्पतालों में थी डाक्टरों की कमी
सीमावर्ती जिला होने के बावजूद कांग्रेस शासन में भी यहां पर डाक्टरों की कमी पूरी नही हो पाई है। लोगो को उपचार करवाने के लिए लुधियाना जैसे शहरो में जाना पड़ता है। सिविल अस्पताल में ज्यादातर मामलो को फरीदकोट स्थित गुरू गोबिंद सिंह मेडिकल कालेज में रेफर किया जाता है। स्थानीय विधायक से लेकर राज्य सरकार तक जिले में डाक्टरो की कमी को पूरा करने में नाकाम रहे। कोविड-19 के दौर में पीएम केयर्स के तहत केंद्र की ओर से भेजे गए वेंटीलेटर्स का मरीजो को लाभ दिलाने में भी स्थानीय प्रशासन विफल रहा। कोरोना मरीजो को प्राइवेट अस्पतालों या फरीदकोट, लुधियाना, मोगा दाखिल होना पड़ता था।
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