एफएंडसीसी ने रोके ट्यूबवेल के प्रस्ताव, तलवाड़ ने कमिश्नर को लिखी चिट्ठी
फाइनांस एंड कांट्रेक्ट कमेटी ने शहर में ट्यूबवेल लगाए जाने के सभी प्रस्तावों को रद कर दिया और ऐलान कर दिया कि नए ट्यूबवेल लगाने के लिए मंजूरी नहीं दी जाएगी।
लुधियाना, जेएनएन। फाइनांस एंड कांट्रेक्ट कमेटी ने शहर में ट्यूबवेल लगाए जाने के सभी प्रस्तावों को रद कर दिया है। इस बार एफएंडसीसी में ट्यूबवेल लगाए जाने के प्रस्ताव सबसे ज्यादा हलका पूर्वी से थे। एफंडसीसी ने जैसे ही ट्यूबवेलों के प्रस्ताव रद किए तो विधायक संजय तलवाड़ एक बार फिर इस फैसले के खिलाफ हो गए। विधायक ने एफएंडसीसी के इस फैसले पर सवाल खड़े कर दिए।
विधायक ने तर्क दिया है कि जहां पर लोगों को पीने के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है, वहां निगम कैसे पानी पहुंचाएगा? विधायक ने कमिश्नर कंवलप्रीत कौर बराड़ को चिट्ठी लिखकर कहा है कि उनके हलके के पार्षदों ने अपने कोटे में जो ट्यूबवेल लगवाने के प्रस्ताव भेजे थे, उन्हें पास किया जाए।
विधायक संजय तलवाड़ ने पत्र में लिखा है कि उनके हलके में सबसे ज्यादा पानी की खपत है। उनके हलके में करीब 10 लाख लोग रहते हैं। इसके अलावा 125 एमएलडी पानी वा¨शग यूनिटों में उपयोग हो रहा है। हलके में 400 डाइंग यूनिट हैं, जिनमें 250 एमएलडी पानी का प्रयोग किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि नगर निगम के कुल 1000 ट्यूबवेल हैं, जिनमें से रोजाना 550 एमएलडी पानी निकाला जा रहा है। जिसे 40 लाख की आबादी के लिए सप्लाई किया जा रहा है। 400 डाइंगों में जितना पानी प्रयोग हो रहा है, उतने पानी में शहर के 20 लाख लोगों को सप्लाई दी जा सकती है।
हलका पूर्वी के लोगों को जो पानी मिलना चाहिए था। वह पानी डाइंग व वाशिंग यूनिटों में जा रहा है, इसलिए इस हलके में ट्यूबवेल लगाने की सख्त आवश्यकता है। तलवाड़ ने कहा कि नगर निगम को इस तरह के फैसले लेने से पहले ग्राउंड रिएलिटी देखनी होगी। डीसी से परमिशन लेने की बात है तो यह भी निगम की जिम्मेदारी है।
सफाई सेवक का प्रस्ताव रोकने पर मेयर से हुई थी अनबन
एफएंडसीसी में प्रस्ताव रद किए जाने की वजह से ही विधायक संजय तलवाड़ व मेयर के बीच अनबन शुरू हुई थी। करीब एक साल पहले संजय तलवाड़ ने अपने हलके के लिए सफाई सेवक मांगे थे और तब मेयर ने एफएंडसीसी में उस प्रस्ताव को रद कर दिया था। इसके बाद दोनों में अनबन शुरू हो गई थी। यह लड़ाई लंबी चली और मामला धरने प्रदर्शन तक पहुंच गया था। इस बार फिर से तलवाड़ के प्रस्तावों को रद किया गया है और उन्होंने विरोध जताने के लिए कमिश्नर को चिट्ठी भेज दी है।