किसान बोले, विधेयक वापस नहीं लिए तो एक अक्टूबर से शुरू किया जाएगा रेल रोको आंदोलन
केंद्र सरकार की ओर से पास किए गए तीन कृषि विधेयक के विरोध में किसान यूनियन ने धरना दिया।
संवाद सहयोगी, समराला : केंद्र सरकार की ओर से पास किए गए तीन कृषि विधेयक के विरोध में किसान यूनियन ने धरना दिया। भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर सहयोगी संगठनों ने दियालपुरा फ्लाईओवर व शिरोमणी अकाली दल की ओर से माछीवाड़ा रोड पर पुल के पास धरना लगाया गया और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
किसान जत्थेबंदियों के समर्थन मे समराला भी आज पूर्ण तौर पर बंद रहा। जहां तक कि कोई भी मेडीकल स्टोर के अतिरिक्त सभी रेहड़ी फड़ी बंद रही और पूर्ण तौर पर आवाजाही भी ठप रही।
इस दौरान बीकेयू लखोवाल के प्रधान अजमेर सिंह लखोवाल ने कहा कि अगर यह कृषि विधेयक वापस न लिए तो एक अक्तूबर से से रेल, स्कूल और आवाजाही ठप बंद की जाएगी। इससे पहले किसान जत्थेबंदियों की एक बैठक 27 सितंबर को हो रही है। उन्होने कहा कि केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीति कभी बर्दाशत नहीं की जाएगी। उन्होने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से अपील की कि वह कृषि विधेयक को रद करवाने के लिए विधानसभा मे स्पेशल इजलास बुलाए।
बीकेयू के प्रधान बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि नरेंद्र मोदी को अपना तानाशाही स्वभाव छोड देना चाहिए। अगर तीनों विधेयक वापस न लिए तो एक अक्टूबर से अनिश्चितकाल के लिए रेल रोको आंदोलन शुरू किया जाएगा।
दूसरी तरफ शिरोमणी अकाली दल द्वारा लगाए गए धरने को अकाली नेता संता सिंह उमैदपुरी व पूर्व अकाली विधायक जगजीवन सिंह आदि ने संबोधित किया। इस दौरान हरिंदर सिंह लखोवाल, परमिंदर सिंह पाल माजरा, हरदीप सिंह भरथला, तेजिंदर सिंह तेजी, प्रीतम सिंह बरवाली आदि मौजूद थे।