एयरपोर्ट के लिए आरक्षित जमीन पर अब खेती नहीं कर सकेंगे किसान
लुधियाना कोरोना संक्रमण ने हलवारा एयरपोर्ट टर्मिनल के लिए जमीन अधिग्रहण का काम भी लेट कर दिया। ग्रेटर लुधियाना एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी ने 31 मार्च तक अधिग्रहण की प्रक्रिया को पूरा करना था और गेहूं की कटाई के साथ ही खेतों को अपने कब्जे में ले लेना था। लेकिन कर्फ्यू के कारण अभी तक ग्लाडा किसानों से जमीन की मालकाना हक के दस्तावेज ही जमा नहीं करवाया पाया। अब ग्लाडा ने हिदायतें जारी की हैं कि किसी भी समय गांवों की जमीनों पर कब्जा कर इस पर कार्य शुरू हो सकता है इसलिए इस पर धान की बिजाई न की जाए।
राजेश भट्ट, लुधियाना
कोरोना संक्रमण ने हलवारा एयरपोर्ट टर्मिनल के लिए जमीन अधिग्रहण का काम भी लेट कर दिया है। ग्रेटर लुधियाना एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (ग्लाडा) ने 31 मार्च तक इस अधिग्रहण प्रक्रिया को पूरा करना था और गेहूं की कटाई के साथ ही खेतों को कब्जे में ले लेना था। मगर, कर्फ्यू के कारण अभी तक ग्लाडा किसानों से जमीन की मालकाना हक के दस्तावेज ही जमा नहीं करवाया पाया है। हालांकि अब ग्लाडा ने जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया को तेज कर दिया है। इस क्रम में एतियाणा गांव के किसानों को सख्त हिदायत जारी की है कि गेहूं कटाई के बाद वे एयरपोर्ट टर्मिनल के लिए आरक्षित जमीन पर धान न बोएं। ग्लाडा के सख्त रवैये के साथ ही किसानों ने भी अब अपनी जमीन के मालिकाना हक से संबंधित दस्तावेज जमा करवाने शुरू कर दिए हैं।
ग्लाडा ने किसानों को 31 मार्च तक अपने दस्तावेज जमा कर जमीन की मुआवजा राशि ले जाने के निर्देश दिए थे। मगर, कर्फ्यू के कारण किसान अपने दस्तावेज जमा नहीं करवा सके थे। 26 अप्रैल तक सिर्फ सात किसानों ने ही अपने दस्तावेज जमा करवाए थे। उसके बाद ग्लाडा अफसरों ने फिर से किसानों को हिदायतें जारी करते हुए चार मई तक अपने दस्तावेज जमा करवाने को कहा है। साथ ही ग्लाडा अफसरों को किसानों को कहा था कि अगर वे अपने दस्तावेज जमा नहीं करवाएंगे, तो जमीन की मुआवजा राशि वह कोर्ट में जमा करवा देंगे और जमीन पर कब्जा ले लेंगे। उसके बाद किसानों ने दस्तावेज जुटाने शुरू किए और सोमवार को गांव के सरपंच ने लोगों के दस्तावेज ग्लाडा दफ्तर में जमा करवाए। इसके तहत अब तक 110 जमीन मालिक अपने दस्तावेज जमा करवा चुके हैं, जबकि 102 जमीन मालिकों के दस्तावेज जमा होने वाले हैं। इसके अलावा 58 जमीन मालिक ऐसे हैं, जिनके नोटिस नहीं बांटे जा सके। अधिग्रहित होने वाली 161.27 एकड़ जमीन के 270 मालिक हैं।
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जमीन मालिकों ने की भूमि अधिग्रहण अधिकारी से बैठक
जमीन के कुछ मालिक व गांव के सरपंच सोमवार को ग्लाडा दफ्तर पहुंचे जहां उन्होंने भूमि अधिग्रहण अधिकारी कम एडीशनल चीफ एडमिनिस्ट्रेटर (एसीए) भूपिदर सिंह के साथ बैठक की। बैठक में सरपंच ने मांग रखी कि कर्फ्यू के कारण लोग दस्तावेज नहीं जुटा पा रहे हैं। इसलिए उन्हें दस्तावेज जमा करवाने में दिक्कत हो रही है। उन्होंने एसीए से मांग की है कि अभी किसी भी जमीन मालिक के पैसे कोर्ट में जमा न करवाए जाएं। सरपंच लखबीर सिंह ने बताया कि उन्हें भरोसा दिया गया है कि लोगों को दस्तावेज जुटाने के लिए समय दिया जाएगा। बैठक में एसीए ने साफ कर दिया कि अब कोई भी किसान खेत में नई फसल की बुआई नहीं करेगा, क्योंकि ग्लाडा कभी भी जमीन को अपने कब्जे में ले सकता है।
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'हमने किसानों को दस्तावेज जमा करवाने के साथ उन्हें खेतों में अब फसल न बोने की हिदायतें दी हैं, ताकि अधिग्रहण के समय किसी तरह की दिक्कतों का सामना न करना पड़े। कर्फ्यू की वजह से लोगों को दस्तावेज जमा करवाने में दिक्कत आ रही है। बाकी जिनके दस्तावेज जमा हो गए हैं, उनकी जांच की जा रही है। जल्दी ही चेक बनाकर उन्हें दे दिए जाएंगे।'
भूपिदर सिंह, एसीए ग्लाडा।