किसानों ने अनिश्चितकाल के लिए रेलवे ट्रैक किया जाम
कृषि सुधार कानूनों के विरोध मे किसान संगठनों ने अनिश्चितकाल के लिए रेलवे ट्रैक जाम कर दिया है।
संवाद सहयोगी, समराला : कृषि सुधार कानूनों के विरोध मे किसान संगठनों ने अनिश्चितकाल के लिए रेलवे ट्रैक जाम कर दिया है। समराला रेलवे स्टेशन के पास ट्रैक पर टैंट लगा कर धरना शुरू कर दिया है। धरने में नजदीक के गांवों से भारी संख्या मे किसान शामिल हुए। किसानों द्वारा केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। धरने में किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल और हरिदर सिंह लखोवाल ने किसानों को संबोधित करते कहा कि किसान अब जाग गया है। वह अपने हकों की रक्षा खुद करेंगे। किसान आंदोलन सही दिशा पर चल रहा है।
उन्होंने कहा कि यह कानून न सिर्फ किसानों के विरुद्ध है बल्कि समाज के सभी वर्ग प्रभावित होंगे। मंडियां टूट जाएगी, बेरोजगारी बढें़गी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार तानाशाह होकर काम कर रही है। रिलायंस के सिम पोर्ट करवाने और पेट्रोल पंपों से तेल न खरीदने का आह्वान किया है। भाजपा नेताओं की रिहायश के आगे धरने दिए जाएंगे। उन्होने कहा कि सियासी पार्टियों पर उन्हें कोई विश्वास नहीं है। वह धरने में शामिल हो सकते हैं लेकिन उनके साथ स्टेज सांझी नहीं की जाएगी। वक्ताओं ने कहा कि कानून मुताबिक अमीर लोग किसानों से मनमर्जी के रेटों पर फसल खरीद कर स्टोर करेंगे और बाद में उसमें से मुनाफा कमाएंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि केंद्र सरकार को उसके नापाक इरादों मे सफल नहीं होने दिया जाएगा। जब तक सरकार इन कानूनों वापस नहीं लेती तब तक संघर्ष जारी रहेगा। इस दौरान परमिदर सिंह पालमाजरा, मनजीत सिंह ढींडसा, गुरप्रीत सिंह साहाबाना, सरबजीत सिंह धनानसू, हरदीप सिंह भरथला, चरनजीत सिंह पालमाजरा, बलवीर सिंह खीरनियां, उज्जल सिंह बरवाली, सुखविदर सिंह भट्टीयां, तेजिदर सिंह तेजी राजेवाल, प्रगट सिंह कोट पनेच और हरदेव सिंह फौजी शामिल थे।