1500 किसानों ने फिरोजपुर रोड पर दिया धरना, बैंक नीतियों का किया विरोध
बैंकों की नीतियों के विरोध में फिरोजपुर रोड पर किसानों ने धरना दिया। सड़क पर सात अलग अलग जत्थेबंदियों के किसान धरने पर बैठे और विरोध जताया।
जेएनएन, लुधियाना। बैंकों की नीतियों के विरोध में वीरवार को फिरोजपुर रोड पर किसानों ने धरना दिया। धरने में सात अलग-अलग जत्थेबंदियों के 1500 किसान शामिल हुए।किसानों ने यह धरना बैंकों की नीतियों के विरोध में दिया। धरने की वजह से वेरका मिल्क प्लांट से लेकर मुल्लापुरपुल तक जाम लगा रहा, जिसकी वजह से वाहन चालकों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। मौके पर किसी भी तरह की स्थित से निपटने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। शाम के समय किसानों ने आश्वासन मिलने के बाद सड़क से धरना उठाया लिया।
धरने के दौरान किसान जत्थेबंदियों के नेताओं ने कहा कि राज्य में बैंक जब किसी किसान को कर्जा देती है, तो सिक्योरिटी के तौर पर जमीन गिरवी रख लेती है। इसके साथ किसानों से खाली चेक भी लिए जाते हैं। अगर किसी कारण से किसान कर्ज अदा नहीं कर पाता है तो बैंक उन चेक को लगाकर बाउंस करवा देता है। इसके बाद किसानों को अदालत से सजा करवाई जा रही है, जोकि सरासर गलत है। बैंक ने करीब 1500 किसानों के चेक बाउंस करवा दिया है। जबकि 120 से अधिक किसानों पर केस दर्ज करवाकर भगौड़ा करार करवा दिया है। सैकड़ों किसान दो-दो साल की सजा काट रहे है।
नेताओं ने कहा कि सूबे में यह नियम सिर्फ लीड बैंक की ओर से जारी किया जा रहा है। इसलिए उन्होंने पहले लीड घेराव का एेलान किया था। बैंक ने हाईकोर्ट में याचिका फाइल कर दी। इस पर अदालत ने किसान जत्थेबंदियों को दो मीटर दूरी पर धरना लगाने के आदेश दिए थे। उनका कहना था कि बुधवार को उनकी सहकारिता मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा के साथ मीटिंग थी। जिसमें सरकार ने उनकी मांगें नही मानीं। इसलिये यह धरना लगाया गया।