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'यह देश किसी के बाप का नहीं' नाटक पेश कर जताया रोष

शहीद भगत सिंह कला मंच के कलाकारों ने तीर्थ चडिक और प्रोफेसर सोमपाल हीरा का तैयार किया हुआ नाटक यह देश किसी के बाप का नहीं प्रस्तुत करके कड़ा संदेश दिया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Oct 2020 07:06 PM (IST)Updated: Tue, 20 Oct 2020 07:06 PM (IST)
'यह देश किसी के बाप का नहीं' नाटक पेश कर जताया रोष
'यह देश किसी के बाप का नहीं' नाटक पेश कर जताया रोष

संस, जगराओं : कृषि सुधार कानून के खिलाफ किसानों का धरना प्रदर्शन जारी है। मंगलवार को 20वें दिन भी किसान संगठनों ने धरना दिया। इस मौके शहीद भगत सिंह कला मंच के कलाकारों ने तीर्थ चडिक और प्रोफेसर सोमपाल हीरा का तैयार किया हुआ नाटक 'यह देश किसी के बाप का नहीं' प्रस्तुत करके कड़ा संदेश दिया। नाटक में संदेश दिया कि कृषि सुधार कानून के संघर्ष में अब अपने परिवारों को भी शामिल करना होगा। इस मौके पर भारतीय किसान यूनियन एकता डकोंदा के ब्लाक सचिव जगतार सिंह देहरका और पंजाबी फिल्मों के प्रसिद्ध कलाकार व रंगकर्मी सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि 73 साल में हम मौकापरस्त राजनीतिक लोगों के किरदार समझ नहीं सके। यही कारण है कि हमें आज अपनी जमीन बचाने के लिए सिर व धड़ की बाजी लगाने के लिए मजबूर होना पड़ा है। धरने को किसान नेता महेंद्र सिंह कमालपुरा, मजदूर नेता कंवलजीत खन्ना, अध्यापक नेता नरेंद्र सिंह ,कुलदीप सिंह ,किसान नेता बूटा सिंह चक्र और गुरमेल सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि मंगलवार को पंजाब विधानसभा में पंजाब के विधायकों द्वारा कृषि सुधार कानून को रद करने का निर्णय हमारे संघर्ष का नतीजा है। मंगलवार को अलीगढ़ में निजी कंपनी के पेट्रोल पंप पर भी भारतीय किसान यूनियन ने ब्लाक प्रधान देवेंद्र सिंह की अगुआई में धरना प्रदर्शन किया और पंप को बंद रखा गया। इस मौके परवार सिंह दालिब, जगत सिंह, परमजीत सिंह आदि ने संबोधित करते हुए कहा कि संघर्ष से ही जीत मिल सकती है।

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