Farmer Protests : किसान अांदाेलन से लुधियाना में हजारों कंटेनर फंसे, एक्सपोर्ट आर्डरों में आ सकती है गिरावट
कंटेनर भेजने के लिए गाड़ियों की उपलब्धता कम होने के चलते उद्योग जगत को हाथ में आर्डर होने के बावजूद इनको पूरा करने के लिए भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।यह दौर भारतीय उद्योगों के लिए एक बड़े अवसर के रुप में आया है।
लुधियाना, [मुनीश शर्मा]। Farmer Protests: चीन के साथ भारत सहित कई देशों के तनाव और ग्लोबल मार्केट में बढ़ रही मांग का लाभ भारतीय उद्योगों को बंपर आर्डरों के रुप में मिलना आरंभ हुआ है। हालांकि कोविड संकट के बाद किसान आंदोलन और अब पर्याप्त ट्रेनें न मिलने से पंजाब के उद्योग इस अवसर को भुनाने में नाकामयाब साबित हो रहे हैं।
अगर रेलवे की ओर से पंजाब में मालगाड़ियों की संख्या में बढ़ोतरी की जाए तो यहां फंसे चार हजार से अधिक कंटेनरों को गंतव्य तक पहुंचाया जा सकता है। कंटेनर भेजने के लिए गाड़ियों की उपलब्धता कम होने के चलते उद्योग जगत को हाथ में आर्डर होने के बावजूद इनको पूरा करने के लिए भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
यह दौर भारतीय उद्योगों के लिए एक बड़े अवसर के रुप में आया है। ऐसे में अगर इस दौर में समय पर एक्सपोर्ट के आर्डर न भेजे गए, तो इंडस्ट्री को आने वाले दिनों में एक्सपोर्ट आर्डरों से हाथ धोना पड़ सकता है। इतना ही नहीं अब कंटेनरों के न आने से कई तरह की कच्चे माल की किल्लत होनी आरंभ हो गई है, जो इंडस्ट्री को चला पाने में सबसे बड़ा रोड़ा बन रहा है।
सप्लाई चेन टूटने से दिक्कतों का अाई परेशानी
पैरामाउंट एग्री पार्टस के एमडी राकेश कपूर के मुताबिक यह समय भारतीय उद्योगों के लिए अच्छा समय लेकर आया है। लेकिन एक्सपोर्ट के भारी भरकम आर्डरों के बावजूद सप्लाई चेन टूटने से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार को चाहिए कि पंजाब के लिए तत्काल स्पैशल माल गाड़ियां चलाकर राहत देनी चाहिए। ताकि एक्सपोर्ट में तेजी लाकर भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत किया जा सके। इस समय अगर अगर कंपनियां अच्छे आर्डर भुगताने में सफल रहीं, तो आने वाला भविष्य इंडस्ट्री के लिए अहम होगा।
रेल मंत्रालय को शीघ्र पत्र लिखेंगे उद्यमी
न्यू स्वान ग्रुप के एमडी उपकार सिंह आहुजा के मुताबिक रेल मंत्रालय को वह शीघ्र एक पत्र लिखने जा रहे हैं। जिसमें लुधियाना उद्योग की इस समस्या से अवगत करवाया जाएगा। उद्योगों के लिए यह समय बेहद कठिन है। हमारे पास आर्डर होते हुए भी डिस्पैचिंग की समस्या के चलते हम कुछ नहीं कर पा रहे। इसके लिए स्पैशल ट्रेनें चलाने पर सरकार को विचार करना चाहिए।