डीटीएफ ने किसानों के समर्थन में केंद्र सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन
वीरवार को एसडीएम दफ्तर के सामने डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट (डीटीएफ) की खन्ना इकाई के आह्वान पर इलाके के अध्यापक इकट्ठे हुए।
जागरण संवाददाता, खन्ना : कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ पंजाब में किसानों द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन के बीच वीरवार को एसडीएम दफ्तर के सामने डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट (डीटीएफ) की खन्ना इकाई के आह्वान पर इलाके के अध्यापक इकट्ठे हुए।
अध्यापकों ने इन कृषि कानूनों के खिलाफ अपना रोष जताते हुए केंद्र और पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। डीटीएफ के नेता हरपिदर शाही और संजय पुरी ने कहा कि खेती को पूंजीपतियों के हवाले करने वाले तीनों ही किसान विरोधी कानून अगर केंद्र सरकार की तरफ से तुरंत रद न किए गए तो पंजाब के किसानों के समर्थन में समूचे पंजाबी संघर्ष के रास्ते पर चलेंगे। इन कानूनों को रद करवाने के लिए अध्यापकों की तरफ से एसडीएम दफ्तर के प्रतिनिधि अधिकारी को ज्ञापन दिया गया। इस मौके गुरबचन सिंह ब्लाक प्रधान, पवित्तर सिंह ब्लाक वित्त सचिव, गुरप्रीत माही ब्लाक सचिव, नरदीप सिंह, दिनेश पासी, संजीव पासी, शिगारा सिंह, कपिल देव सोनी, अजीत पाल सिंह, विनोद कुमार, मक्खन सिंह, टीटू, परमजीत वर्मा, बलविदर सिंह, अवतार सिंह भी उपस्थित थे।
दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी (आप) की तरफ से शुरू की गई ग्राम सभा बुलाओ, पंजाब बचाओ मुहिम के तहत मंगलवार को रायकोट में आप के वालंटियरों ने रायकोट में गुरमिंदर सिंह तूर के नेतृत्व में बैठक की। इसमें जहां कृषि सुधार कानून का विरोध किया गया वहीं गांवों में जाकर लोगों को ग्राम सभाएं बुलाकर केंद्र के कानूनों के खिलाफ जागरूक करने का फैसला किया। गुरमिंदर सिंह तूर ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने जो किसान विरोधी कानून पास किए हैं, उनके साथ कृषि बुरी तरह तबाह हो जाएगी। तूर बताया कि शहर और गांवों में पार्टी वालंटियर किसान विरोधी बिलों के खिलाफ हस्ताक्षर मुहिम भी शुरू करेगी।