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किंतु-परंतु करना छोड़ें, रक्तदान कर जीवनरक्षक बनें : डॉ. ग्रेवाल

रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं होता है। खून की चंद बूंदों से किसी का जीवन बचाया जा सकता है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Jan 2019 05:00 AM (IST)Updated: Thu, 17 Jan 2019 05:00 AM (IST)
किंतु-परंतु करना छोड़ें, रक्तदान कर जीवनरक्षक बनें : डॉ. ग्रेवाल
किंतु-परंतु करना छोड़ें, रक्तदान कर जीवनरक्षक बनें : डॉ. ग्रेवाल

जागरण संवाददाता, लुधियाना : रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं होता है। खून की चंद बूंदों से किसी का जीवन बचाया जा सकता है। लेकिन, हम में से बहुत कम लोग हैं जो रक्तदान के लिए आगे आते हैं। इसकी वजह मनगढ़ंत धारणाएं और मिथ्य हैं, जबकि हकीकत यह है कि रक्तदान करने के फायदे ही फायदे हैं। दुख की बात यह है कि हम में से ज्यादातर लोगों को इन फायदों के बारे में पता नहीं है। इस बारे में जागरूकता फैलाने से ज्यादा से ज्यादा लोगों को रक्तदान के प्रति प्रोत्साहित किया जा सकता है। यह कहना है सिविल अस्पताल के ब्लड बैंक के बीटीओ (ब्लड ट्रांसफ्यूजन ऑफिसर) डॉ. जीएस ग्रेवाल का। वह 'दैनिक जागरण' की ओर से रक्तदान के महत्व पर आयोजित 'हेलो जागरण' कार्यक्रम में पहुंचे थे। डॉ. ग्रेवाल ने कहा कि चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में तरक्की के बावजूद रक्त को किसी लैब, फैक्टरी या संस्थान में तैयार नहीं किया जा सकता। ऐसे में प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति को अवश्य रक्तदान करना चाहिए।

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प्रश्न- मेरी उम्र 19 साल है। मैं स्टूडेंट हूं। क्या मैं रक्तदान कर सकता हूं?

-अभिषेक कुमार, सतकरतार नगर उत्तर- कोई भी स्वस्थ व्यक्ति जिसकी आयु 18 से 60 वर्ष है। 45 किलो से अधिक वजन है। हीमोग्लोबिन 12.5 से ज्यादा है, तो रक्तदान कर सकता है। ब्लड लेने से पहले ब्लड टेस्ट होता है जिसमें हीमोग्लोबिन, ब्लड प्रेशर, वजन, बॉडी टेंपरेचर व पल्स रेट की जांच होती है। सामान्य पाए जाने पर ही ब्लड डोनेशन टीम ब्लड लेती है।

प्रश्न- मेरी उम्र 23 साल है। रक्तदान करने के बारे में कई बार सोचा, लेकिन दोस्तों ने कहा कि रक्तदान के बाद बेहोशी या बेचैनी होती है, जिस वजह से रक्तदान नहीं कर रहा?

-दीपक कुमार, विजय नगर

उत्तर- यह बिलकुल मिथ्य है। बेहोशी व बेचैनी नहीं होती। रक्तदान की पूरी प्रक्रिया पंद्रह से बीस मिनट की होती है। इसमें सिर्फ पांच मिनट ही शरीर से खून लिया जाता है। खून देने में कोई दर्द नहीं होता। सूई चुभने का दर्द भी बेहद कम होता है।

प्रश्न- मेरी उम्र 24 साल है। सुना है रक्तदान से शरीर कमजोर होता है?

-गौरव, शिवाजी नगर

उत्तर- रक्तदान करने से शरीर कमजोर नहीं पड़ता। बशर्ते आप चिकित्सक की बताई बातों का पालन करें। एक स्वस्थ व्यक्ति साल में चार बार रक्तदान कर सकता है। बहुत से लोग मानते हैं कि रक्तदान से बीमारियों से लड़ने की क्षमता कम होती है, वजन पर फर्क पड़ता है और शरीर में आयरन की कमी होती है, जबकि ये सरासर गलत है। रक्तदान के फायदे ही फायदे हैं। कई शोधों के अनुसार नियमित अंतराल पर रक्तदान करने से शरीर में आयरन की मात्रा संतुलित रहती है। रक्तदान से खून पतला होता है। हृदय आघात का खतरा कम रहता है। यहीं नहीं रक्तदान करने से कैंसर व दूसरी बीमारियों के होने का खतरा भी कम हो जाता है, क्योंकि यह शरीर में मौजूद विषैले पदाथरें को बाहर निकालता है।

प्रश्न- मेरी उम्र 42 साल है। शुगर की बीमारी है। क्या मैं भी रक्तदान कर सकता हूं?

-बलजिंदर सिंह, हैबोवाल कलां

उत्तर- अगर दवा या बिना दवा के आपका ब्लड शुगर 200 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर से नीचे और ब्लड प्रेशर 170/80 से कम है, तो आप अपने चिकित्सक की सलाह के अनुसार रक्तदान कर सकते हैं। टाइप वन डायबिटीज के मरीज रक्तदान नहीं कर सकते।


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