किसी को अपमान नहीं, अपनापन दो : रमेश मुनि
एसएस जैन स्थानक 39 सेक्टर में श्री रमेश मुनि म. श्री मुकेश जैन श्री मुदित म. आदि मुनि संघ के सानिध्य में प्रार्थना सभा हुई।
संस, लुधियाना : एसएस जैन स्थानक 39 सेक्टर में श्री रमेश मुनि म., श्री मुकेश जैन, श्री मुदित म. आदि मुनि संघ के सानिध्य में प्रार्थना सभा हुई। इस दौरान रमेश मुनि ने कहा, किसी को अपमान नहीं, अपनापन दो। श्री कृष्ण म. की द्वारिका नगरी के विनाश का भी सबसे बड़ा कारण संत का अपमान था। क्योंकि जहां पर संत सती से बुरा व्यवहार होता है, तो वो व्यक्ति, स्थान कभी भी फल फूल नहीं सकता। अरे तुम एक परदेसी हो। एक दिन तुम्हें अपने देश लौटना है। अभी तुम पर्यटन पर आए हो। पर्यटक संभल-संभल कर रहता है। वह किसी से झगड़ता नहीं है। सबकी मीठी यादें साथ रखता है, क्योंकि उसे पता है कि वापस जाना है। वह सुबह शाम घर पर फोन जरूर करता है, तुम भी तो भगवान के घर से आए हो ना। जरा घर के समाचार लेते रहना। प्रार्थना करना, फोन करके अपने घर का हाल चाल पूछने जैसा है। श्री कृष्ण म. ने भी द्वारिका में देख लिया था कि मेरी प्रजा के लोग खुले में शराब पीने लगे हैं। लगता है कोई बुरा समय आने वाला है। उन्होंने कहा कि बुरा समय आने के कुछ लक्षण होते हैं। घर में सब तरह की मौज मस्ती होते हुए भी अगर क्लेश रहता है तो समझ लेना कि विनाश निकट है। सब कुछ होते हुए भी कर्ज नहीं उतारे व दान न दे तो बर्बादी के लक्षण हैं। बेटा अगर बाप व चेला अगर गुरु की अविनय करता है, अवमानना करता है तो विनाश का कारण है।